लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जारी विधानसभा सत्र के बीच सपा विधायक सदन के बाहर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच बसपा सुप्रीमों मायावती ने भी योगी सरकार के खिलाफ समाजवादी पार्टी के प्रदर्शन को सही ठहराया। हालांकि, मायावती ने अपने ट्वीट में सपा या अखिलेश के नाम का जिक्र नहीं किया। यूपी के राजनीति हल्कों में सवाल उठ रहे हैं कि क्या 2017 के विधानसभा चुनावों के बाद, आने वाले लोकसभा चुनाव में दोनों दल एक साथ नजर आएंगे?
मायावती ने ट्वीट कर कहा कि विपक्षी पार्टियों को सरकार की जनविरोधी नीतियों व उसकी निरंकुशता तथा जुल्म-ज्यादती आदि को लेकर धरना-प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं देना भाजपा सरकार की नई तानाशाही प्रवृति हो गई है। साथ ही, बात-बात पर मुकदमे व लोगों की गिरफ्तारी एवं विरोध को कुचलने की बनी सरकारी धारणा अति-घातक।