tragic accident in mathura water tank collapsed : मथुरा में पानी की टंकी की टंकी ताश के पत्तों की तरह बिखर जाने से 2 महिलाओं की मौत हो गई जबकि एक दर्जन लोग घायल हुए हैं जिनका अस्पताल में उपचार चल रहा है। हादसा बीएससी इंजीनियरिंग कालेज रोड स्थित कृष्णा विहार में हुआ है। यहां पर 3 साल पहले पानी कि टंकी बनाई गई थी जो गंगाजल योजना के तहत पानी की सप्लाई करती है। पानी की यह टंकी गिरने से उसके आसपास बने कई मकान भी टंकी की चपेट में आ गए।
घटना की जानकारी मिलते ही मथुरा के डीएम, एस एसपी, मेयर समेत तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गए। घरों में दबे लोगों को निकालने के लिए राहत दल पहुंच गया। रविवार को मथुरा में रिमझिम बारिश हो रही थी, घरों के अंदर घुटन से बचने और बारिश का लुफ्त उठाने के लिए स्थानीय निवासी घरों की बालकनी और दरवाजों पर खड़े थे। अचानक से पानी की टंकी का एक पिलर भरभरा कर नीचे गिरा और टंकी भी धराशायी हो गई।
उसका पानी और मलबा आसपास के घरों में चला गया, वहीं दरवाजों खिड़की में खड़े लोग टंकी की चपेट में आ गए। इसके चलते 2 महिलाओं की मौत हो गई, एक की हालत नाजुक बनी हुई है। 11 घायलों का आसपास के अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
टंकी के भरभरा फटने की आवाज इतनी तेज थी कि लोगों को लगा कोई भूकंप आया है। जब घरों से लोग बाहर निकले तो देखा चारों तरफ पानी ही पानी है और एक दर्जन के करीब मकान मलबे की चपेट में आ गए है। चारों तरफ चींख-पुकार मच गई। पुलिस-प्रशासन की टीम पहुंचने से पहले ही स्थानीय लोगों ने मलबे में दबे लोगों को निकालने का अभियान शुरू कर दिया। घरों में पानी घुसने और टंकी का मलबा, पत्थर घुसने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने में परेशानी आई। इसके चलते सेना को बुलाया गया।
बीएसए इंजीनियरिंग कॉलेज रोड क्षेत्र स्थान कृष्ण विहार में पानी की टंकी का निर्माण जल निगम की अतिरिक्त इकाई ने किया था जो 2023 में नगर निगम को के सुपुर्द की गई हुई है। यह टंकी क्षेत्र में गंगाजल की सप्लाई करती थी और इसकी क्षमता 2500 किलोलीटर की रही है। राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और सेना को देर शाम लगाया गया, वहीं जेसीबी की 7 और एक दर्जन ट्राली मलबे को हटाने में लगी हुई है।
मथुरा में हुई इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश फूट पड़ा। मौके पर पहुंचे अधिकारियों का घेराव करते हुए हंगामा भी किया। हादसे में एक 28 वर्षीय महिला सरिता और 80 वर्षीय सुन्दरी देवी की महिला की मौत हो गई है। डीएम मथुरा शैलेश कुमार सिंह ने जांच बैठा दी है। डीएम का कहना है कि टंकी निर्माण की गुणवत्ता की जांच करवाई जाएगी। यदि खामियां पाई जाती है तो दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
घटना की जानकारी मिलते ही पूर्व ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा/ विधायक मौके पर पहुंचे, जहां उन्हें लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ा। श्रीकांत शर्मा का कहना है कि हमारी पहली प्राथमिकता घायलों को उपचार दिलाना है, लोगों ने बताया है कि पहले भी टंकी की शिकायत की थी, कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने पुलिस-प्रशासन को एफआईआर करने और जांच के निर्देश दिए हैं। सरकार की तरफ से मदद का भरोसा भी स्थानीय लोगों को दिया है।