घटना की जो तस्वीरें सामने आई हैं, उनमें पुलिसकर्मी अपने सिर पर स्टूल तथा अन्य चीजें रखकर खुद को बचाते नजर आ रहे हैं। पुलिस महानिदेशक ने इस मामले में स्थानीय थानाध्यक्ष समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किया है और पुलिस अधीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए एक ट्वीट में कहा कि सभी जिलों में पुलिस को दंगे और बलवे की स्थिति अपने बचाव के लिए पर्याप्त उपकरण और साजो-सामान दिया गया है। उन्नाव में बुधवार को हुए पथराव के दौरान पुलिसबल उन सुरक्षा उपकरणों से लैस नहीं था इसलिए पुलिस महानिदेशक ने जिला पुलिस अधीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा है।
कुलकर्णी ने बताया कि रास्ता जाम कर रहे ग्रामीणों को समझाने पहुंचे उप जिलाधिकारी और पुलिसबल पर पथराव किया गया, जिसमें 12 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। सूचना के बाद घटनास्थल पर पहुंची कई थानों की पुलिस ने उपद्रव करने वालों पर लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड़ा।
वहीं इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) लखनऊ ने ट्वीट किया कि उपद्रव की घटना में शिथिलता,अक्षमता एवं गैर पेशेवराना रवैए का प्रदर्शन करने पर कोतवाली सदर के प्रभारी निरीक्षक दिनेश मिश्रा, एक दारोगा तथा दो आरक्षियों को निलंबित किया गया है। साथ ही पुलिस क्षेत्राधिकारी (नगर) से स्पष्टीकरण मांगा गया है। प्रकरण की जांच अपर पुलिस अधीक्षक रायबरेली को दी गई है।(भाषा)