कानपुर। उत्तरप्रदेश में चल रहे लॉकडाउन के दौरान यूपी पुलिस का दो प्रकार का चेहरा प्रदेश की जनता के सामने आ रहा है। एक वह है जिसमें वह भगवान के रूप में जनता की सेवा करने में लगी है, तो दूसरी तरफ कुछ पुलिस वाले जनता को मानसिक रूप से परेशान करने में लगे हैं।
बुजुर्ग ने उनसे कहा कि वे मंदिर में पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाने के लिए जा रहे हैं। लॉकडाउन में बाहर निकलने के लिए बुजुर्ग ने उनसे माफी भी मांगी, लेकिन वर्दी के नशे में चूर प्रभारी निरीक्षक ने बुजुर्ग की थाली में रखा जलपात्र उठाया और उसका पानी पूजा की थाली में ही पलट दिया। जब इससे भी उनका मन नहीं भरा तो उन्होंने कहा कि भगवान अपने भक्तों की परीक्षा लेता है इसलिए उन्हें भी परीक्षा देनी होगी इसलिए अब वे बैठकर मेंढक की चाल चलते हुए मंदिर तक जाएंगे।
बुजुर्ग ने उनसे काफी मिन्नतें कीं, लेकिन वे नहीं माने। वर्दी के सामने बुजुर्ग ने घुटने टेकते हुए मंदिर तक का रास्ता मेंढक चाल चलते हुए ही पूरा किया। लेकिन यह वीडियो तेजी के साथ सोशल मीडिया में वायरल हुआ और एडीजी व जिलाधिकारी तक भी पहुंच गया। इसको लेकर जिलाधिकारी कानपुर में ट्वीट पर पनकी के थाना प्रभारी के खिलाफ जांच कर रिपोर्ट की मांग की तो वहीं एडीजी जय नारायन सिंह ने वायरल हो रहे वीडियो की जांच करने के आदेश क्षेत्राधिकारी कल्याणपुर को दिए।