Vastu tips for flooring: आपके भवन, मकान या घर की भूमि यानी फर्श या फ्लोर वास्तु के अनुसार नहीं है तो कई तरह की परेशानी खड़ी होती है। घर का फ्लोर कैसा होना चाहिए, किस रंग की टाइल्स लगाना चाहिए, फर्श का ढाल किस ओर होना चाहिए और कारपेट कैसा होना चाहिए? आओ जानते है संपूर्ण जानकारी एकदर्म शॉर्ट में
भूमि का ढाल : पूर्व, उत्तर और ईशान दिशा में नीची भूमि सब दृष्टियों से लाभप्रद होती है। उत्तर दिशा सबसे उत्तम व शुभ मानी गई है। इस दिशा में भूमि का ढाल होने से सेहत लाभ के साथ ही धन-समृद्धि और धन-धान्य प्राप्त होता है।
किस प्रकार की हो टाइल्स : सफेद संगमरमर नहीं लगा रहे हैं तो गेरुएं रंग की सेरेमिक, विनाइल और वुडन टाइल्स लगा सकते हैं। कोटा स्टोन गर्मियों के लिए फायदेमंद है लेकिन ठंड और बारिश में यह नुकसानदायक ही सिद्ध होगा। आपके घर में किसी कमरे, किचन या अन्य किसी स्थान की टाइल्स टूटी हुई है तो उसे जल्दी ठीक कराना चाहिए, क्योंकि टूटी टाइल भी वास्तुशास्त्र के हिसाब से ठीक नहीं मानी जाती।
Drawing room
कैसा हो फ्लोर का रंग : वास्तु के अनुसार टाइल्स या फ्लोर का रंग हर कमरे और दिशा के अनुसार अलग अलग होता है। यदि हम कॉमन रंग की बात करें तो सभी कमरों में गहरे हरे या फिर पीले रंग का फर्श लगवा सकते हैं, पीले में पिताम्बर या हल्दी का रंग उत्तम है। सभी कमरों में सफेद रंग भी चल सकता है। ब्लैक एंड व्हाइट रखने के लिए किसी वास्तु शास्त्री से संपर्क करें।
कैसा हो कारपेट : हर कमरे के लिए अलग अलग रंग और चित्रण का कारपेट बिछा सकते हैं। रंगों में पीला, गुलाबी, मेहरून, वुडन या स्काई ब्लू रंग का उपयोग कर सकते हैं। कारपेट को प्रतिदिन साफ करें।
मांडना बनाएं : घर के प्रत्येक कमरे के मध्य में, द्वार के बाहर के फ्लोर पर मांडना जरूर मांडे। रंगोली या मांडना हमारी प्राचीन सभ्यता एवं संस्कृति की समृद्धि के प्रतीक हैं। इससे घर परिवार में मंगल रहता है।