फूल यूं तो सभी अच्छे होते हैं लेकिन कुछ फूलों की जोड़ियां बड़ी निराली होती है जैसे चंपा, चांदनी और चमेली, आज हम चंपा के फूलों की बात करेंगे। सफेद और हल्के पीले रंग के शेड वाले चंपा के फूलों की सुंगध मनमोहक होती है। इन फूलों को अगर हर सुबह लाकर कांच की प्याली में पानी भर कर रखने से पूरा घर महक जाएगा लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह उपाय आपकी किस्मत भी बदल देगा।
'चम्पा तुझमें तीन गुण- रंग रूप और वास, अवगुण तुझमें एक ही भंवर न आएं पास।'
रूप तेज तो राधिके, अरु भंवर कृष्ण को दास, इस मर्यादा के लिए भंवर न आएं पास।।
सुबह चम्पा के फूल लाकर प्याली में रखने से आपके जीवन में जो चमत्कार होंगे वे निश्चित रूप से चकित कर देंगे आपको।
क्या होगा ?
सकारात्मक विचार आएंगे
मन खुश रहेगा
तनाव नहीं होगा
तरक्की के रास्ते खुलेंगे
खुशखबरी दस्तक देगी
सफलता मिलेगी
धन का आगमन बढ़ेगा
मान-सम्मान, यश-कीर्ति मिलेगी
चंपा सौभाग्य का प्रतीक है, इसे प्याली में रखने से किस्मत चमक जाएगी।
चम्पा/ चंपा को अंग्रेजी में प्लूमेरिया कहते हैं। इसे कनक चंपा, मुचकुंद तथा पद्म पुष्प भी कहते हैं। चम्पा के खूबसूरत, मन्द, सुगन्धित हल्के सफेद, पीले फूल होते हैं। चंपा मुख्यत: 5 प्रकार की होती है:- 1.सोन चंपा, 2.नाग चंपा, 3.कनक चंपा, 4. सुल्तान चंपा और कटहरी चंपा। सभी तरह की चंपा एक से एक अद्भुत और सुंदर होती है और इनकी सुगंध तो मन प्रसन्न कर देती है। चम्पा में पराग नहीं होता है। इसलिए इसके पुष्प पर मधुमक्खियां कभी भी नहीं बैठती हैं।
1. चंपा के फूल अक्सर पूजा में उपयोग किए जाते हैं।
2. चंपा का वृक्ष मन्दिर परिसर और आश्रम के वातावरण को शुद्ध करने के लिए लगाया जाता है।
3. चंपा के वृक्षों का उपयोग घर, पार्क, पार्किग स्थल और सजावटी पौधे के रूप में किया जाता है।
4. देवी मां ललिता अम्बिका के चरणों में भी चंपा के फूल को अन्य फूलों जैसे- अशोक, पुन्नाग के साथ सजाया जाता है।
5. चंपा का वृक्ष वास्तु की दृष्टि से सौभाग्य का प्रतीक माना गया है।
6. चंपा को कामदेव के पांच फूलों में गिना जाता है। इसकी सुगंध से मन खुश हो जाता है।
7. चंपा के फूलों का तेल भी बनता है।
8. चंपा के फूलों के इत्र भी बनता है।
9. इसके फूल और वृक्षों के उपयोग औषधि के रूप में भी होता है।
10. वास्तु के अनुसार, चंपा आपके घर में प्राण ऊर्जा लाने के लिए सबसे अच्छा पौधा है।
11. अपने जीवन में शुभ ऊर्जाओं को आमंत्रित करने के लिए आप इसे बालकनी के दरवाजे, मुख्य दरवाजे और बरामदे के पास रख सकते हैं।
12. कहीं पढ़ा था कि चंपा फूल की पांच पंखुड़ियां ईमानदारी, विश्वास, भक्ति, महत्वाकांक्षा और समर्पण का प्रतिनिधित्व करती हैं।
चंपा के औषधीय गुण
आयुर्वेद के अनुसार, चम्पा के औषधीय गुण से सिर दर्द, कान दर्द, आंखों की बीमारियों में फायदा ले सकते हैं।
मूत्र रोग, पथरी या बुखार होने पर भी चम्पा के औषधीय गुण से लाभ मिलता है।
सिर दर्द में चम्पा के फूल के इस्तेमाल से फायदे मिलते हैं। चंपा फूल के तेल को सिर पर लगाएं। इसे लगाने से सिर दर्द कम होता है।
सूखी खांसी से परेशान हैं तो चम्पा के औषधीय गुण से फायदा ले सकते हैं। चम्पा की छाल का 1-2 ग्राम चूर्ण बना लें। इसमें शहद मिलाकर चाटने से सूखी खांसी खत्म हो जाती है।
कई लोगों का मानना है कि इसे घर के भीतर नहीं लगाना चाहिए। लेकिन इसके खुशबूदार फूल सकारात्मक ऊर्जा छोड़ते हैं। इसलिए इसे लगाना शुभ है। इस पौधे को उत्तर पश्चिम दिशा में लगाना शुभ है।