पाकिस्तानी शायर फैज अहमद फैज की नज्म ‘हम देखेंगे’ पर इन दिनों काफी विवाद हो रहा है। खबर है कि आईआईटी कानपुर ने एक समिति गठित की है जो यह तय करेगी कि फैज की नज्म हिंदू विरोधी है या नहीं। इस बीच सोशल मीडिया पर एक मैसेज तेजी से वायरल हो गया कि आईआईटी कानपुर ने ‘अल्लाह के बंदे हँस दे’ गाने के लिए सिंगर कैलाश खेर को नोटिस भेजा है। दावा किया गया है कि गाने में कथित तौर पर सिर्फ मुस्लिमों को हँसने के लिए कहने के कारण आईआईटी कानपुर ने ये नोटिस भेजा है।
क्या है वायरल-
History of India नामक ट्विटर अकाउंट से लिखा गया है- ‘सिंगर कैलाश खेर को आईआईटी कानपुर से उनके गीत ‘अल्लाह के बंदे हँस दे’ के लिए नोटिस मिला, जहां वह कथित तौर पर केवल मुस्लिम लोगों को हँसने के लिए कह रहे हैं।’