ब्रेस्टफीडिंग को लेकर हाल ही में सोशल मीडिया पर एक बहस तब छिड़ी, जब ब्राजील की एक सांसद ने पार्लियामेंट में ही ब्रेस्टफीडिंग शुरू कर दी। इस पर मुख्य मुद्दा खुले में ब्रेस्टफीडिंग था, जिसके पक्ष और विपक्ष में तमाम तरह के विचार सामने आए।
ब्रेस्टफीडिंग के फायदों में लोग जन्म के तुरंत बाद इसके शिशु के पेट के लिए और इम्यूनिटी के फायदे गिना रहे हैं। 6 हफ्ते बीतने तक शिशु को ब्रेस्टफीडिंग कराने से उसे एंटीबोडी नाम का प्रोटीन मिलने लगता है। तीन महिने के बाद, ब्रेस्टफीडिंग कराने से शिशु को कैलोरी मिलने लगती है जिससे विकास सुचारू होता है।
6-महीने के शिशु को ब्रेस्टफीडिंग कराने से ओमेगा एसिड की सप्लाय होती है। जिससे उसके दिमाग का विकास पूर्ण रूप से होता है। सालभर का होते होते, ब्रेस्टफीडिंग कराते रहने से शिशु को ओमेगा एसिड, एंडीबोडी प्रोटीन और कैलोरी मिलती है जिससे उसका संपूर्ण विकास होता है।