ममता बनर्जी ने अब्बास सिद्दीकी की पार्टी को बताया कोबरा से भी खतरनाक, कहा- BJP से लिया है पैसा
सोमवार, 5 अप्रैल 2021 (22:48 IST)
चुंचुड़ा/भांगर (पश्चिम बंगाल)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि ऐसे दल कोबरा से भी ज्यादा खतरनाक हैं। प्रभावशाली मुस्लिम मौलाना द्वारा गठित आईएसएफ, माकपा और कांग्रेस के गठबंधन का हिस्सा है।
अल्पसंख्यकों के तुष्टिकरण के लिए भाजपा द्वारा लगाए जाने वाले आरोपों का हवाला देते हुए बनर्जी ने दावा किया कि जब से वह मुख्यमंत्री बनी हैं राज्य में हिंदू और मुसलमान अच्छे से रह रहे हैं। बनर्जी ने कहा कि चोटिल होने के बावजूद वह राज्य का चुनाव जीतेंगी और आगे दिल्ली की सत्ता पर उनकी नजर होगी।
आईएसएफ के नेता अब्बास सिद्दीकी का नाम लिए बिना उन पर हमला करते हुए बनर्जी ने कहा कि फुरफुरा शरीफ से एक कपटी सामने आया है जिसने भाजपा से धन लिया है। आपको याद रखना चाहिए कि छल से आप बंगाल में चुनाव नहीं जीत सकते।
दक्षिण 24 परगना जिले के भांगर में एक रैली में बनर्जी ने लोगों से आईएसएफ उम्मीदवार को वोट नहीं देने की अपील की। उन्होंने दावा किया कि आईएसएफ को एक भी वोट मिलने का मतलब भाजपा का फायदा होगा।
बनर्जी ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि मैंने मुस्लिमों का तुष्टिकरण किया है। मैं उन्हें बताना चाहूंगी कि जब से मैं यहां हूं हिंदू और मुस्लिम अच्छे से रह रहे हैं। अगर मैं नहीं होती तो ऐसा नहीं होता।
माकपा और कांग्रेस के भाजपा का दोस्त होने का दावा करते हुए तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि अल्पसंख्यक वोट में सेंध लगाने के लिए एक और पार्टी आई है। अब्बास का हवाला देते हुए बनर्जी ने कहा कि भाजपा के धन के साथ वह अचानक अल्पसंख्यकों के नेता बन गए। वह सांप्रदायिक बयान दे रहे हैं।
ममता बनर्जी ने दावा किया कि ऐसे ही दलों के कारण बिहार में राजद नेतृत्व वाले गठबंधन और उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की हार हुई। उन्होंने कहा कि वे कोबरा से भी ज्यादा खतरनाक हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में वहां के ही लोग शासन करेंगे। खुद को रॉयल बंगाल टाइगर बताते हुए तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि पश्चिम बंगाल में किसी गुजराती का शासन नहीं होगा। बनर्जी ने कहा कि (चोटिल होने के बावजूद) एक पैर से मैं बंगाल जीतूंगी और दो पैर से दिल्ली।
बनर्जी ने कहा कि 10 मार्च को नंदीग्राम में भाजपा समर्थकों की कथित धक्का-मुक्की के कारण वे चोटिल हो गई थीं। हालांकि, चुनावी पर्यवेक्षक की रिपोर्ट पर गौर करने के बाद चुनाव आयोग ने कहा था कि नंदीग्राम की घटना एक हादसा थी और सुनियोजित हमला नहीं हुआ था।
छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा सही से देश में शासन नहीं कर रही है और पार्टी ने पश्चिम बंगाल चुनावों पर ध्यान केंद्रित कर रखा है।
चुनाव जीतने के वास्ते प्रचार के लिए देशभर से नेताओं को लाने के लिए भाजपा की आलोचना करते हुए बनर्जी ने चुंचुड़ा में एक जनसभा में कहा कि भगवा पार्टी ने विधानसभा चुनाव में मौजूदा सांसदों को उतारा है क्योंकि उसके पास योग्य उम्मीदवार ही नहीं है।
भाजपा ने चुंचुड़ा विधानसभा सीट के लिए हुगली से लोकसभा सदस्य लॉकेट चटर्जी को मुकाबले में उतारा है। बनर्जी ने कहा कि उन्हें फर्क नहीं पड़ता कि प्रधानमंत्री मोदी उनके बारे में दीदी...ओ...दीदी के लहजे में बात करते हैं। तृणमूल की कुछ महिला नेताओं ने इसे व्यंग्यपूर्ण बताया है। बनर्जी ने कहा कि वे (मोदी) रोज ऐसा करते हैं, मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता।
आठ चरणों में पश्चिम बंगाल का विधानसभा चुनाव कराने के औचित्य पर सवाल उठाते हुए तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि ये तीन या चार चरण में हो सकता था। क्या कोविड-19 के कारण कम चरण में और जल्दी चुनाव नहीं कराया जा सकता था। बनर्जी ने यह भी दावा किया कि राज्य में अब तक कोरोना वायरस की स्थिति उतनी गंभीर नहीं है। पश्चिम बंगाल में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1957 मामले आए थे। बनर्जी ने कहा कि जब तक वह जीवित हैं वह भाजपा को एक ईंच जमीन नहीं हथियाने देंगी। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, भाजपा चोरों की पार्टी है।
भाजपा ने खटखटाया चुनाव आयोग का दरवाजा : भाजपा ने निर्वाचन आयोग का दरवाजा खटखटाकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पार्टी ने आरोप लगाया कि राज्य विधानसभा चुनाव में मुसलमानों को अपनी पार्टी के पक्ष में एक साथ आने तथा मतदान करने की बात कर उन्होंने नियमों का उल्लंघन किया है।
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के नेतृत्व में भाजपा सचिव सुनील देवधर और राज्यसभा सदस्य जी वी एल नरसिम्हा राव ने निर्वाचन आयोग के शीर्ष अधिकरियों को एक ज्ञापन सौंपा और ममता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। नकवी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ममता बनर्जी ने चुनावी भाषण में मुस्लिम मतदाताओं से अपील की थी कि वे विभिन्न दलों के बीच अपने मतों का विभाजन ना करें और तृणमूल कांग्रेस के पक्ष में एक साथ मतदान करें।
उन्होंने कहा कि ऐसा करके उन्होंने ना सिर्फ चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया है बल्कि जनप्रतिनिधि कानून, 1951 का भी आपराधिक उल्लंघन किया है। इसके लिए ममता बनर्जी और उनकी पार्टी के खिलाफ निर्वाचन आयोग को कार्रवाई आरंभ करनी चाहिए।