2. बकासन (बगुला मुद्रा) :
यह आसन हमारे हाथों और पैरों की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। इस आसन को करने के लिए, अपने पैरों को कंधे की चौड़ाई से अलग करके खड़े हो जाएं। अपने घुटनों को मोड़ें और अपने शरीर को नीचे की ओर झुकाएं। अपने हाथों को जमीन पर रखें और अपनी पीठ को सीधा रखें। अब अपने दाहिने पैर को अपने बाएं पैर के ऊपर रखें और अपने बाएं पैर को अपने दाहिने पैर के पीछे रखें। अपने हाथों को जमीन पर रखें और अपने शरीर को ऊपर उठाएं। इस मुद्रा में कुछ देर रुकें और फिर धीरे-धीरे वापस शुरुआती स्थिति में आ जाएं।
3. सर्पासन (सांप मुद्रा) :
यह आसन हमारे रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाने और हमारे पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करता है। इस आसन को करने के लिए, अपने पेट के बल लेट जाएं। अपने हाथों को अपने कंधों के नीचे रखें और अपने पैरों को सीधा रखें। अब अपने सिर और छाती को ऊपर उठाएं और अपने पेट को जमीन पर रखें। इस मुद्रा में कुछ देर रुकें और फिर धीरे-धीरे वापस शुरुआती स्थिति में आ जाएं।
4. मत्स्यासन (मछली मुद्रा):
यह आसन हमारे छाती को खोलने और हमारे श्वसन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करता है। इस आसन को करने के लिए, अपने पीठ के बल लेट जाएं। अपने पैरों को क्रॉस करें और अपने हाथों को अपने शरीर के नीचे रखें। अब अपने सिर को ऊपर उठाएं और अपने छाती को ऊपर की ओर खींचें। इस मुद्रा में कुछ देर रुकें और फिर धीरे-धीरे वापस शुरुआती स्थिति में आ जाएं।
5. शवासन (शव मुद्रा) :
यह आसन हमारे शरीर और मन को शांत करने में मदद करता है। इस आसन को करने के लिए, अपने पीठ के बल लेट जाएं। अपने पैरों को सीधा रखें और अपने हाथों को अपने शरीर के साथ रखें। अपनी आंखें बंद करें और अपने शरीर को पूरी तरह से शिथिल करें। इस मुद्रा में कुछ देर रुकें और फिर धीरे-धीरे वापस शुरुआती स्थिति में आ जाएं।