जीवन में हास्य नहीं है तो जीवन निरस और व्यर्थ लगता है। हंसने से कई तरह के शारीरिक और मानसिक रोग दूर होते हैं। सेहत के लिए जीवन में हास्य और मनोरंजन होना जरूरी है। जानवर हंसते हैं या नहीं लेकिन आदमी मैं ही यह क्षमता है कि वह खुलकर हंस सकता है। जीवन में हास्य और मनोरंजन की बहुत आवश्यकता होती है इससे शरीर और मन में शांति मिलती है। इसके लिए 'हास्य योग' का अभ्यास करें।
कैसे करें : हास्य योग को योग शिक्षक कई तरह से सिखाते हैं। आप अकेले में या सामूहिक रूप से निष्प्रयोजन हंसे। छोटी छोटी बातों को भी हंसने का कारण बनाकर जोर से हंसने का अभ्यास करें। शुरू में आपको यह नकली लगेगा, लेकिन धीरे-धीरे असली में हंसते रहने की आदत हो जाएगी, जो महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी।
आपका छोटा-सा प्रयास ही आपके जीवन में बदलाव ले आएगा। स्वयं को दुख-दर्द से अलग करके देखना सीखें और हर जगह मुस्कुराहट बिखेरते रहें। हास्य योग से आपका दिल, दिमाग और रक्त तो स्वस्थ और शुद्ध रहता ही है इससे पेट सहित संपूर्ण शरीर में खिंचाव होने से भीतर के अंग स्वस्थ होने लगते हैं। व्यक्ति बगैर किसी एक्सरसाइज़ के युवा बना रह सकता है।
तो प्रतिदिन सुबह, दोपहर, शाम और रात को सोने से पहले एक बार अकेले में और फिर सामूहिक रूप से खिलखिलाकर जोर से हंसे जरूर। यह मत सोचे की कोई क्या सोचेगा। सबसे बड़ा रोग, क्या कहेंगे लोग। हंसी तो संक्रामक रोग है इस रोग तो जितना हो सके फैलाएं। ज्यादा से ज्यादा चुटकुलों को अपने जीवन में सुने और सुनाएं। बस।