उल्लेखनीय है कि भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो ने 2 सितंबर को भारत के पहले सौर मिशन आदित्य-एल1 की लॉन्चिंग की थी। वह 3 सितंबर, 5 सितंबर और 10 सितंबर को अपनी कक्षाएं बदल चुका है। आदित्य-एल1 16 दिन पृथ्वी की कक्षा में बिताएगा। इस दौरान 5 बार आदित्य-एल1 की कक्षा बदलने के लिए अर्थ बाउंड फायर किया जाएगा।Aditya-L1 Mission:
— ISRO (@isro) September 14, 2023
The fourth Earth-bound maneuvre (EBN#4) is performed successfully.
ISRO's ground stations at Mauritius, Bengaluru, SDSC-SHAR and Port Blair tracked the satellite during this operation, while a transportable terminal currently stationed in the Fiji islands for… pic.twitter.com/cPfsF5GIk5