वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि यानी अक्षय तृतीया को लेकर संशय की स्थिति है, क्योंकि इस दिन अबूझ मुहूर्त होता है जो विवाह के लिए शुभ माना जाता है और साथ ही सोना खरीदने के लिए भी यह शुभ दिन होता है, परंतु कुछ लोगों के अनुसार 22 अप्रैल और कुछ के अनुसार 23 अप्रैल को अक्षय तृतीया बताए जा रही है, जानिए इस संशय के बारे में खुलासा।
अक्षय तृतीया तिथि समाप्त : 23 अप्रैल को सुबह 07 बजकर 49 मिनट पर।
नोट : पंचांग भेद से तिथि के प्रारंभ होने और समाप्त होने में 1 से 2 मिनट का अंतर आ सकता है। निष्कर्ष : 22 अप्रैल को रहेगी अक्षय तृतीया।
गुरु अस्त : अब चूंकि उपरोक्त से यह तो सिद्ध हुआ कि अक्षय तृतीया 22 अप्रैल को है परंतु इसी दिन गुरु का तारा अस्त भी है। इसलिए इस दिन विवाह नहीं कर सकते क्योंकि शुक्र और गुरु के तारे के अस्त होने पर विवाह नहीं किए जाते हैं। 28 मार्च से बृहस्पति यानी गुरु मीन राशि में अस्त हैं जो 27 अप्रैल को उदय होंगे।
शुभ मुहूर्त:-
22 अप्रैल अक्षय तृतीया पर पूजा का मुहूर्त- प्रात: 07:49 से दोपहर 12:37 तक।
अभिजीत मुहूर्त : दोपहर 12:12 से 01:03 तक।
विजय मुहूर्त : दोपहर 02:44 से 03:35 तक।
अमृत काल: रात्रि 08:58 से 10:35 तक।
शुभ योग:-
त्रिपुष्कर योग : सुबह 06:17 से 07:49 तक।
सर्वार्थ सिद्धि योग : सुबह 11:24 से अगले दिन सुबह 06:16 तक।
अमृत सिद्धि योग : रात्रि 11:24 से अगले दिन सुबह 06:16 तक।