होली की तरंग में मगन रहा देश

बुधवार, 11 मार्च 2009 (22:04 IST)
रंगों का त्योहार होली बुधवार को देशभर में परम्परागत हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। लोगों ने एक-दूसरे को रंग से सराबोर करने के साथ गले मिलकर शुभकामनाएँ दी।

लोगों ने होली के हुड़दंग में मस्त लोगों की टोलियों पर अपनी छतों और बाल्कनी से पानी तथा रंग भरे गुब्बारे एवं अबीर और गुलाल फेंककर खुशी जाहिर की। घरों में विशेष पकवान तैयार किए गए।

राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह तथा उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने होली पर देशवासियों को शुभकामनाएँ दी। उन्होंने कहा कि होली का त्योहार मनाने के ढंग में बसी जीवंतता हमारे देश की सौहार्द और सद्भावपूर्ण परम्परा को दर्शाती है। सर्दियों की विदाई और वसंत ऋतु के आगमन के सूचक इस त्योहार के अवसर पर कई स्थानों पर संगीत संध्या का भी आयोजन किया गया।

मध्यप्रदेश के शहडोल जिले में रंग डालने को लेकर हुए विवाद में गोली चलने से आठ वर्षीय लड़की घायल हो गई, वहीं बिहार से भी ऐसे विवाद होने की खबर है।

भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार लालकृष्ण आडवाणी ने पिछले साल नवम्बर में हुए मुम्बई हमलों की वजह से होली नहीं मनाई, जबकि पार्टी नेता राजनाथसिंह ने इस त्योहार से जुड़े कार्यक्रमों में शिरकत की।

राजधानी दिल्ली में भी होली का त्योहार परम्परागत ढंग से मनाया गया। सड़कों पर होली है... के शोर के साथ लोग मस्ती में झूमते नजर आए।

हाल ही में बायपास सर्जरी कराने वाले प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह ने सादगी से होली मनाई। उनके कई मंत्रिमण्डलीय सहयोगियों ने उन्हें इस मौके पर शुभकामनाएँ दी।

गुजरात में भी होली का पर्व परम्परागत ढंग से मनाया गया। गोवा के तटों पर सैलानियों ने होली से जुड़े आयोजनों में हिस्सा लिया, जबकि गुलाबी शहर जयपुर में पर्यटक लोकगीतों पर थिरकते रहे।

राजस्थान में विशेष रूप से शेखावाटी में एक पखवाड़े से जारी होली महोत्सव आज पूरे यौवन पर था, वहीं जयपुर के गोबिन्द देवजी मन्दिर में भगवान गोबिन्द देवजी का विशेष श्रृंगार किया गया।

पूरे उत्तरप्रदेश में होली परम्परागत ढंग से हर्षोउल्लास के साथ कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मनाई गई। प्रदेश पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए इस बार कड़े सुरक्षा प्रबंध किए थे।

मध्यप्रदेश में इस वर्ष वर्षा की कमी के कारण विभिन्न भागों में पानी की कमी के चलते सामाजिक संगठनों द्वारा तिलक होली खेलने का आह्वान किया गया था।

राजधानी भोपाल में पानी की सीमित आपूर्ति और भारत न्यूजीलैंड के बीच चौथे एकदिवसीय क्रिकेट मैच के चलते सड़कों पर पुरानी रौनक नहीं थी, लेकिन पुराने शहर में पारंपरिक जुलूस निकाला गया। देश के अन्य राज्यों से भी परंपरागत उत्साह के साथ होली मनाए जाने की खबरें हैं।

वेबदुनिया पर पढ़ें