चोट से उबरने के बाद वापसी करने वाले KL Rahul केएल राहुल ने कहा कि उन्हें भारतीय टीम के अंतिम एकादश में जगह मिलने की उम्मीद थी तथा वह बल्लेबाज और विकेटकीपर की भूमिकाओं को निभाने के लिए पूरी तरह से तैयार थे।
राहुल ने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) में रिहैबिलिटेशन के दौरान कड़ी मेहनत की थी जिससे उन्हें सफल वापसी करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा, मैं सोच रहा था कि मुझे अंतिम एकादश में जगह मिल जाएगी और मैंने उसी तरह से तैयारी की थी। मुझे पूरा विश्वास था कि मैं टीम की तरफ से अपनी भूमिकाओं को अच्छी तरह से निभा सकता हूं।
इस 31 वर्षीय खिलाड़ी को टीम प्रबंधन ने स्पष्ट तौर पर बता दिया था कि उन्हें मध्यक्रम के बल्लेबाज के साथ ही विकेटकीपर की भूमिका भी निभानी होगी।
राहुल ने कहा, टीम प्रबंधन ने मुझे मेरी भूमिकाओं के बारे में बता दिया था कि मुझे मध्यक्रम में बल्लेबाजी करनी होगी और विकेटकीपर की भूमिका भी निभानी होगी।
राहुल ने कहा कि टीम प्रबंधन के स्पष्ट संदेश के बाद उन्होंने एनसीए में विकेटकीपिंग का भी पर्याप्त अभ्यास किया था।
उन्होंने कहा, मैं पिछले दो वर्षों से विकेटकीपर की भूमिका निभा रहा हूं। इसलिए मेरे लिए यह नई चीज नहीं है। मैंने 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विकेटकीपिंग शुरू की थी जब ऋषभ पंत चोटिल हो गए थे। एनसीए में कोच के साथ मैंने अपनी विकेटकीपिंग पर भी काम किया था। उम्मीद है कि मैं अपनी दोनों भूमिकाओं को अच्छी तरह से निभाता रहूंगा।
राहुल ने इस साल वनडे में भारत की तरफ से सर्वाधिक विकेट लेने वाले कुलदीप यादव की प्रशंसा भी की जिन्होंने अपनी तकनीक में कुछ बदलाव के बाद बेहतर गेंदबाज के रूप में वापसी की है।
राहुल ने कहा, मैं वास्तव में उसकी गेंदबाजी का पूरा आनंद ले रहा हूं। उसने अपनी गेंदबाजी में कुछ बदलाव किए हैं जिससे उसको अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। हम खेल के बीच में बल्लेबाज को आउट करने की रणनीति को लेकर बात करते रहते हैं। पिछले दोनों मैचों में उसकी लय भी शानदार थी।