भगवान चित्रगुप्त के हाथों में कर्म की किताब, कलम, दवात और करवाल है। वे कुशल लेखक हैं और उनकी लेखनी से अपने-अपने कर्मों के अनुसार सभी जीवों को न्याय मिलता है। भगवान चित्रगुप्त का अवतरण पर्व चैत्र पूर्णिमा के दिन हर्षोल्लास से मनाया जाता है। इस दिन उनकी झांकियां, रथयात्रा निकाली जाती है। इस दिन लोग पूरे परिवार के साथ उनका पूजन करते हैं। आइए जानें कौन-से मंत्र से करें उनका पूजन...