ब्रिटेन की 42 साल की शॉरलोट ने पहली बार 'मेल एस्कॉर्ट' या 'जिगोलो' की सेवाएं लीं तो इसकी वजह बेहद साधारण थी, यानी किसी भी किस्म की ग़लतफ़हमी से बचना। वो कहती हैं, "कुछ साल पहले मैंने पहली बार मेल एस्कॉर्ट की सेवाएं सेक्स की चाहत पूरी करने के लिए ली थीं।"
बीबीसी मुंडो को उन्होंने बताया, "बिना साथी के एक सिंगल मदर होने के नाते, किसी मर्द के साथ बाहर वक़्त बिताने का विचार मुझे बहुत जंचता नहीं था।" उनके लिए ये सवाल नया नहीं है कि अगर उन्हें सेक्स मुफ़्त में मिल सकता है तो उसे ख़रीदने की ज़रूरत क्या है?
वो बताती हैं, "अगर कोई व्यक्ति आपको बहुत पसंद नहीं आता है और आप अंत में उसके साथ सोना नहीं चाहते तो आम तौर पर ग़लतफ़हमी पैदा हो जाती है। मैं इस दबाव से गुजरना नहीं चाहती और फिर किराए पर एक एस्कॉर्ट सी सेवा लेने में सबकुछ साफ़ होता है, दोनों पक्ष जानते हैं कि उन्हें क्या चाहिए।"
वो कहती हैं, "अब तो महिलाएं इस वजह से भी ये पेशेवर सेवाएं हासिल करना चाहती हैं क्योंकि उनके साथी बिस्तर में उनके मनमाफ़िक बर्ताव नहीं करते।" शॉरलोट अपने अनुभव बताती हैं, "ये बहुत ही पेशवराना था। कुछ भी अनैतिक नहीं। हालांकि ये कोई रोमांटिक नहीं था लेकिन बहुत सुखद था, वहां मैं खुद की संतुष्टि के लिए गई थी।" दो घंटे के साथ की क़ीमत उन्हें 160 डॉलर या क़रीब साढ़े 10 हज़ार रुपये के तौर पर चुकानी पड़ी।
बढ़ता चलन
हालांकि ये कितना चलन में है, इस पर कोई वैश्विक आंकड़ा उपलब्ध नहीं है, लेकिन जानकार बताते हैं कि ये बढ़ रहा है। 'अर्जेंटाइन सोसाइटी ऑफ़ ह्यूमन सेक्सुअलिटी' के अध्यक्ष और सेक्सोलॉजिस्ट एड्रियान सैपेटी के अनुसार, "जितना हम सोचते हैं, उससे ये कहीं व्यापक है।"
उनके मुताबिक़, "असल में इसका संबंध महिलाओं की नई भूमिकाओं से अधिक जुड़ा है। सेक्स ख़रीदने का संबंध ताक़त से है और पारंपरिक रूप ये मर्दों का मामला रहा है लेकिन अब औरतों के हाथ में भी पैसे की ताक़त आ गई है और वे खुद को आनंद लेने की इजाज़त दे सकती हैं।"
औरतों के सेक्स टूरिज़्म को लेकर कुछ अलग अलग ख़बरें प्रकाशित हुई हैं जिनमें कहा गया है कि कुछ महिलाएं अपनी सेक्स की चाहत पूरी करने के लिए छुट्टियों में एशिया और कैरीबियाई देशों में जाती हैं और मुद्रा या उपहारों के रूप में इसके लिए भुगतान करती हैं।
ये महिलाएं किस तरह की सेक्स सेवाएं चाहती हैं, क्यों ऐसा करती हैं, वो क्या उम्मीद करती हैं, शारीरिक और सेक्सुअल सुरक्षा के लिए वो क्या करती हैं, इसे जानने के लिए प्रोफ़ेसर सारा किंगस्टन ने 'वुमन हू बाय' नामक एक प्रोजेक्ट शुरू किया। ये एक ऐसी पहलक़दमी थी जिसमें ब्रिटेन में उन महिलाओं का सर्वे किया गया जो सेक्स ख़रीदती हैं।
मेल एस्कॉर्ट की संख्या तीन गुनी बढ़ी
लैंकस्टर विश्वविद्याल में क्रिमिनोलॉजी की प्रोफ़ेसर किंगस्टन के अनुसार, "हमने पाया कि इस संबंध में अख़बारों के क्लासीफ़ाइड विज्ञापनों और इंटरनेट के विज्ञापनों का 63 प्रतिशत हिस्सा महिलाओं को संबोधित था।" उनके अनुसार, शोध में पता चला कि 2012 में मेल एस्कॉर्ट की संख्या 5,246 थी जो इस साल तीन गुना बढ़कर 15,732 हो चुकी है।
शोधकर्ताओं ने साफ़ तौर पर पाया कि महिलाएं इंटरनेट पर एजेंसियों के मार्फत पेशेवरों को तलाशती हैं, जबकि मर्द पारंपरिक तरीक़े अधिक अपनाते हैं। हालांकि लंदन में महिला ग्राहकों के लिए विशेष रूप से खुले वेश्यालय का भी पता चला, जो अब बंद हो चुका है।
सारा किंगस्टन कहती हैं, "अपने अध्ययन में हमें हर उम्र की महिलाएं मिलीं, आम तौर पर वो जो एकाकी जीवन जी रही हैं, अच्छा पैसा कमा रही हैं, अपने काम में सफल हैं, उनके बच्चे बड़े हो चुके हैं।" इस मामले में महिलाओं की ज़रूरतें थोड़ी अलग होती हैं। सारा किंगस्टन के अनुसार, "समय की कमी या वो जोड़े जो एक दूसरे की ज़रूरतों को पूरा नहीं करते, ऐसे कुछ कारण हैं।"
सुरक्षा प्रमुख कारण
हालांकि इसका प्रमुख कारण है- सुरक्षा। एक जानकार ने बताया कि किसी अजनबी के साथ एक रात संबंध बनाने की अपेक्षा, ये एजेंसी के मार्फ़त सेक्स ख़रीदना ज़्यादा सुरक्षित तरीक़ा है। उनके अनुसार, "इसमें पूर्व ग्राहकों की टिप्पणियां भी मददगार होती हैं, कुछ एजेंसियां एस्कॉर्ट से पहले मुलाक़ात भी करा देती हैं, जो आम तौर पर चाहते हैं कि कांडोम का इस्तेमाल हो।"
एक विशेषज्ञ का कहना है कि जर्मनी की वेबसाइट '1001 गेशिस्टो' जैसे मामलों से बचने के लिए भी महिलाएं भी ये तरीक़े इस्तेमाल करने लगी हैं। इस वेबसाइट ने ऐसी महिलाओं के बारे में जानकारी इकट्ठा की, जिन्होंने दावा किया था कि प्रेमियों ने उनके साथ धोखाधड़ी की, जिनकी सेक्स सेवाओं के लिए भुगतान भी किया गया था। बर्सिलोना में महिलाओं के लिए सेक्स सेवा देने वाले 30 साल के क्रिस्टियन बताते हैं, "ये बहुत गोपनीय दुनिया है, जहां अधिकांश ग्राहक अपनी मर्ज़ी से, वो भी एजेंसियों के मार्फ़त आते हैं।"
गोपनीय दुनिया
महिला ग्राहकों का फ़ोन एक गोपनीय नंबर से आता है, "इससे ग्राहक का पता लगाना मुश्किल है और ये बहुत गोपनीय होता है।"
क्रिस्टियन एक साल से इस पेशे में हैं और उनकी प्रोफ़ाइल के अनुसार, वो अपनी सेवाओं के लिए प्रति घंटे 1,800 रुपये से लेकर 3,770 रुपये तक लेते हैं।
उनके ग्राहकों में 30 साल लेकर 55 साल की महिलाएं तक होती हैं। सबसे युवा ग्राहक इसलिए आती हैं कि उनपर कोई दबाव न हो जबकि उम्रदराज़ महिलाएं अपनी असंतुष्टि के चलते या युवा के साथ वक़्त बिताने की चाहत के चलते आती हैं। वो कहते हैं कि जब एक लड़की, पुरुष यौनकर्मी की सेवा लेती है तो वो साधारण सेक्स नहीं चाहती है, "हालांकि आप अपनी सीमाएं बता सकते हैं लेकिन आपका काम तो उसे संतुष्ट करना है। ये एक हृदयहीन दुनिया है, जो पैसे पर चलती है।"
24 साल के इवान मैक्सिको में एस्कॉर्ट का काम करते हैं और कंपनी की तरफ़ से उन्हें सबसे अधिक भुगतान किया जाता है। उनसे दो साल बड़े उनके भाई भी इसी पेशे में हैं। ईवान कहते हैं, "ये बहुत धनी ग्राहक होते हैं, जिनसे हम स्पा या स्पोर्ट्स क्लब के एकांत में मिलते हैं। इनमें से कुछ 35,000 रुपये से लेकर 50,000 रुपये तक का आफ़र देती हैं।"
ज़रूरतें समझने की कोशिश
उनके भाई कहते हैं, "कई बार तो ऐसा भी होता है कि महिलाएं अपने पतियों के बूढ़े होने या उदासीन हो जाने के कारण ऐसा करती हैं क्योंकि उनका आकर्षण ख़त्म हो चुका होता है और वे बेडौल हो जाते हैं, हम उनके लिए एक अनांद का मौका होते हैं और हम उनकी बातें सुनते हैं।" लेकिन ऐसे सारे मामले केवल सेक्स से ही जुड़े नहीं होते।
उनके अनुसार, "इनमें से कुछ बीच पार्टियों के लिए ब्वॉयफ्रेंड के रूप में सेवाएं लेती हैं। वो बता देती हैं कि इस दौरान उनके साथ सौम्य व्यवहार किया जाए, लोगों के सामने एक क़रीबी की तरह पेश आया जाए।" कुछ महिलाएं कामुक मालिश पसंद करती हैं। लंदन में ऐसी सेवाएं देने वाली एक कंपनी है 'इंटीमेसी मैटर्स', जिसे ब्रिटेन के कोलिन रिचर्ड्स चलाते हैं।
बीबीसी मुंडो को उन्होंने बताया, "हालांकि मैं तांत्रिक मसाज की सेवा देता हूं लेकिन मैं इसे सेंसुअल कहना पसंद करता हूं।" वो बताते हैं कि वो ग्राहक को सबसे पहले 25 सवालों का एक प्रश्नपत्र देते हैं ताकि उसकी ज़रूरतों को सबसे पहले समझा जाए। उदाहरण के लिए उनसे पूछा जाता है कि क्या वो हल्की मालिश के बात आगे बढ़ना चाहती हैं। इसके आधार पर दो या चार हाथों से मालिश की पेशकश की जाती है।
शांत करने का तरीका
अधिकांश बार इसका अंत बिना शारीरिक संबंध के सेक्सुअल संतुष्टि में होती है। रिचर्ड्स के अनुसार, थेरेपिस्ट को अपनी पेशवर हद में रहना होता है। वो कहते हैं कि उनके पास अर्जेंटीना, कनाडा, दक्षिण अफ़्रीका, सउदी अरब की सेलिब्रिटीज़ और राजकुमारियां, पोल डांसर यहां तक कि यौनकर्मी भी आती हैं।
वो कहते हैं कि 'सेक्स मन को शांत करने का एक बेहतरीन तरीक़ा' होता है। वो कहते हैं, "ये ऐसा ही है जैसे हवाई यात्रा से डरने वाले एक व्यक्ति को बताया जाता है कि ये कितना सुरक्षित और आरामदायक होता है और एक दिन तो ऐसी यात्रा करनी ही है। ये बिल्कुल वैसा ही है।" 34 साल की सारा एंडोक्रायनोलॉजिस्ट हैं और प्रेमी के बावजूद उन्होंने कामुक मालिश लेने का फैसला किया।
उन्होंने बीबीसी को बताया, "सेक्स के मामले में वो स्वार्थी है। अपनी संतुष्टि के बाद वो परवाह नहीं करता। और ये मेरे लिए बहुत आनंददायक भी नहीं होता।" वो कहती हैं, "ये ऐसी स्थिति है जिससे महिलाएं गुजरती हैं क्योंकि पुरुष सेक्स को लेकर ठीक से शिक्षित नहीं होते। वो वक्त नहीं गुज़ारते, वो सुनते नहीं और ना ही दूसरे साथी की संतुष्टि की फ़िक्र करते हैं।"
52 साल की कैमिली कहती हैं कि उन्होंने सेक्स सेवा इसलिए चुनी ताकि "नए अंदाज़ से रूबरू हो सकूं और सेक्स के आनंद को महसूस कर सकूं।" वो कहती हैं कि इसमें थेरेपिस्ट मददगार साबित होते हैं, "और आख़िरकार, अपनी सेक्सुअलिटी पर अपना अधिकार हो, ये सबसे महत्वपूर्ण बात है।"