नई दिल्ली। सरकार ने आज कहा कि पंजीकरण रद्द वाली करीब 35,000 कंपनियों ने नोटबंदी के बाद 17,000 करोड़ रुपए जमा कराए थे, जिसे बाद में निकाल लिया गया था।
सरकारी बयान में कहा गया है कि अभी तक 2.24 लाख कंपनियों का नाम आधिकारिक रिकार्ड से हटाया गया है। ये कंपनियां दो या अधिक साल से निष्क्रिय थीं। बयान में कहा गया है कि बैंकों से मिली शुरुआती सूचना के अनुसार 35,000 कंपनियों से जुड़े 58,000 बैंक खातों में नोटबंदी के बाद 17,000 करोड़ रुपए जमा कराए गए थे, जिसे बाद में निकाल लिया गया।
इसमें कहा गया है कि एक कंपनी जिसके खाते में 8 नवंबर, 2016 को को कोई जमा नहीं थी, ने नोटबंदी के बाद 2,484 करोड़ रुपए जमा कराए और निकाले।
सरकार ने कहा कि एक कंपनी ऐसी थी जिसके 2,134 खाते थे। इस तरह की कंपनियों से संबंधित सूचनाओं को प्रवर्तन अधिकारियों से आगे की कार्रवाई के लिए साझा किया गया है। पंजीकरण रद्द कंपनियों के संदर्भ में राज्य सरकारों को सलाह दी गई है कि ऐसी इकाइयों की संपत्तियों के पंजीकरण की अनुमति नहीं दें। (भाषा)