जिम्मी मगिलिगन सेंटर सस्टेनेबल डेवलपमेंट का जीवंत उदाहरण है

Sustainable Development
भोपाल की संस्था एप्को के पर्यावरण प्रबंधन में पीजी डिप्लोमा के छात्रों ने जिम्मी मगिलिगन सेंटर की निदेशिका 76 वर्षीय वरिष्ठ समाजसेवी पद्मश्री डॉ जनक पलटा मगिलिगन के साथ दिनभर रहकर सस्टेनेबल डेवलपमेंट के बारे में चर्चा की। साथ ही इस चर्चा के ज़रिए सस्टेनेबल जीवन शैली का अनुभव लिया। 
 
छात्रों ने देखा गो अधारित जैविक खेती से आत्मनिर्भर भोजन, प्राकृतिक संसाधनों का सदुपयोग कर हवा और सोलर एनर्जी से अपने लिए और 50 आदिवासी परिवारों को 13 साल से 19 स्ट्रीट लाइट दे रही हैं। आत्मसंयम और सादगी पर आधारित, रसायन-मुक्त, कूडादान मुक्त, प्रदुषण करने वाले एसी, वाशिंग मशीन, फ्रिज, प्रेस, cctv केमरा मुक्त जीवन में सुखी और आनन्दित रहती हैं। 
इंदौर की स्वच्छता अमबेसडर जनक दीदी ने बताया कि मुख्यतय समस्त प्राणियों के साथ सद्भवाना वाले जीवन की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए, बिना किसी फंडिंग के 1,74,480 स्कूल, कालेज के युवाओं को सस्टेनेबल जीवन शैली, स्वच्छता, पौधरोपण आदि को प्रशिक्षित कर चुकी है ताकि वह युवा पर्यावरण के प्रति संवेदनशील और इसका संरक्ष्ण कर शरीरिक , मानसिक, सामाजिक अध्यात्मिक और आर्थिक विकास, विश्व का कल्याण  करेंगे। 
 
उन्होंने छात्रों को कहा हमारे जीवन का उदेश्य पृथ्वी के भूभाग में रहने वाले प्राणियों के लिए स्वस्थ वातावरण प्रदान करना। हमारे जलमार्गों और महासागरों में रहने वाले प्राणियों के लिए स्वस्थ वातावरण प्रदान करना। सभी छात्रों ने कहा किसी पुस्तक या पाठ्क्रम को पढ़ कर कभी ये सब कभी न समझ पाते! आप जैसी मां से मिलकर हमें जीवनभर के लिए अपने कर्तव्य की समझ आई है।

हम धन्य हो गए आपके जीवन को देख कर और स्पष्ट समझ मिली है आपको हम नतमस्तक है। हम अवश्य ही आपके बताये और दिखाए इस मार्ग पर चलेंगे। एप्को को प्रमुख अधिकारी लोकेश ठक्कर ने बहुत हार्दिक आभार प्रेषित किया।
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