पुल बनत-बनत भइया उमर बीतल आधी
— Neha Singh Rathore (@NehaFolksinger) October 6, 2020
बिना उद्घाटन पुल लेला जल समाधि#बिहार_में_का_बा 4#धरोहर pic.twitter.com/wzx250wsue
नेहा के ‘बिहार में का बा’ के गाने की बढ़ती लोकप्रियता को देखकर अब सियासी पार्टियां और उम्मीदवार उनको अपने मंच तक लाने की कोशिश में जुट गए है। वहीं ‘बिहार में का बा’ की थीम पर चुनावी सॉन्ग और सोशल मीडिया पर डिजिटल कंटेट जोर शोर से तैयार कराए जा रहे है।
A State DGP circulating such video is in poor taste, demeaning his office and uniform. Sets a bad example for his juniors. It is also a violation of the conduct rules. pic.twitter.com/mafwUSf6QA
— Indian Police Foundation (@IPF_ORG) September 24, 2020
वर्चुअल चुनाव प्रचार के जरिए लोगों के घरों तक पैठ बनाने की तैयारी में राजनीतिक पार्टियों ने भी इस लंबा चौड़ा बजट तैयार किया है। चुनाव की डिजीटल वॉर के लिए भाजपा ने 50 हजार से अधिक सोशल मीडिया वॉरियर्स की तैनाती कर एक लाख से अधिक वॉट्सऐस ग्रुप बनाए है। वहीं भाजपा की सहयोगी पार्टी जदयू ने 30 लाख से अधिक लोगों को चुनावी एप से जोड़ा है। चुनाव प्रचार को लेकर लालू की पार्टी राजद ने प्रखंड से लेकर प्रदेश स्तर पर तकव वॉट्सएप ग्रुप बनाकर करीब तीस लाख से अधिक लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है।कदम कदम बढ़ावा हो
— Janata Dal (United) (@Jduonline) September 15, 2020
विकास गीत गावा हो
नीतीश जी के सपना के
बिहार तू बनावा हो
सड़कों और पुलों के बिछे जाल में बेहतर बिहार के भविष्य की चमक दिखती है#तरक्की_दिखती_है#BiharNirman pic.twitter.com/co7O15lhV0