अक्षय कुमार बने फ्लॉप कुमार: ऐसी ही फिल्में करते रहे तो करियर पर लग जाएगा फुलस्टॉप

समय ताम्रकर

मंगलवार, 21 मई 2024 (07:05 IST)
सौ करोड़ रुपये लेकर भी अक्षय कुमार फिल्म को ढंग की ओपनिंग नहीं दिला पाएं तो उन पर सवालिया निशान लगेंगे ही। बड़े मियां छोटे मियां लगभग 50 करोड़ रुपये का कलेक्शन कर बॉक्स ऑफिस पर ढेर हो गई। असफलता इतनी घनघोर थी कि प्रोड्यूसर, डिस्ट्रीब्यूटर और सिनेमाघर वाले कराह उठे। वैसे ये सिलसिला सूर्यवंशी के बाद से जारी है जो 2021 में रिलीज हुई थी। तब से लीड हीरो के रूप में अक्षय की गई फिल्में फ्लॉप नहीं बल्कि बुरी तरह फ्लॉप हो रही हैं। 
 
बच्चन पांडे (2022), सम्राट पृथ्वीराज (2022), रक्षा बंधन (2022), रामसेतु (2022), सेल्फी (2023), मिशन रानीगंज (2023) जैसी फिल्में बड़े मियां छोटे मियां के पहले असफल हो चुकी हैं। इन फिल्मों में नामी बैनर ने पैसा लगाया, नामी निर्देशकों ने बनाया, जोरदार स्टार कास्ट थी, लेकिन दर्शकों ने इन से दूरी बना कर रखी। कॉमन बात यह थी कि अक्षय इसमें लीड रोल में थे। 'ओएमजी 2' (2023) जरूर सफल रही थी, लेकिन अक्षय का एक्टेंडेड कैमियो किस्म का रोल था। 

 
अक्षय के करियर की तेज स्पीड से दौड़ रही गाड़ी में इन फिल्मों ने ऐसे झटके दिए कि गाड़ी पटरी से उतर गई। निर्माताओं ने अक्षय को मुंहमांगे पैसे दिए, लेकिन बदले में उन निर्माताओं को ऐसा नुकसान हुआ कि हमेशा याद रखेंगे। 
 
आखिर अक्षय की फिल्में क्यों फ्लॉप हो रही है? 
हाल ही में अक्षय की जो फिल्में रिलीज हुई हैं, उनमें क्वालिटी मिसिंग है। सबमें जल्दबाजी नजर आती है। मानो फटाफट फिल्म बना कर रिलीज करना हो। 'पृथ्वीराज' में अक्षय कहीं से पृथ्वीराज नहीं लगते। वे अक्षय कुमार ही लगते हैं। लगता है बिना तैयारी के उन्होंने फिल्म कर ली हो। सेल्फी और रक्षा बंधन जैसी फिल्में भी अक्षय को आगे नहीं ले जाती। ये इतनी लाउड और आउटडेटेट फिल्में थीं कि आश्चर्य होता है कि अक्की ने क्यों इन फिल्मों के लिए हां कहा। इन फिल्मों में गहराई नजर नहीं आती। 
 
एक ओर जहां अन्य कलाकार एक ही फिल्म को साल भर देते हैं। अपने रोल में गहराई से डूबने के लिए क्या-क्या जतन करते हैं, तो दूसरी ओर अक्षय ने अपने दर्शकों को हल्के से लेना शुरू कर दिया। उन्हें लगा दर्शक कहां इतनी गहराई में उतरते हैं। लेकिन दर्शकों ने नतीजा सुना दिया है। 
 
अक्षय की लोकप्रियता अभी भी कायम है, लेकिन जरूरत है दर्शकों को हल्के में न लेते हुए अच्छी फिल्म करने की। तभी दर्शक महंगे टिकट खरीदेंगे। यदि ऐसी ही फिल्में अक्षय करते रहे तो करियर खत्म होने में देर नहीं लगेगी। 

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