प्रशंसक ही मेरे गॉडफादर : जॉन अब्राहम

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‘गोल’ जॉन अब्राहम की इस समय आने वाली सबसे महत्वपूर्ण फिल्म है। इस फिल्म में जॉन एक फुटबॉल खिलाड़ी बने हैं। जॉन ने इस भूमिका के लिए अपने लंबे बालों को भी छोटा करा लिया है। फिल्म की शूटिंग में बिना किसी डुप्लिकेट की मदद लिए जॉन ने ही फुटबाल खेला है। पेश है जॉन से बातचीत :

पटकथा के अलावा ‘गोल’ में आपको ऐसा क्या लगा कि आपने इस फिल्म को करने के लिए हाँ कहा?
ईमानदारी से कहूँ तो फिल्म की पटकथा ही असल हीरो है। जब मैंने स्क्रिप्ट सुनी तो मेरी तालियाँ बजाने की इच्छा हुई। मैंने विवेक अग्निहोत्री को कहा कि यदि स्क्रिप्ट के मुताबिक फिल्म बना सकें तो यह फिल्म निश्चित रूप से हिट होगी।

क्या इस फिल्म में हमें सचमुच का जॉन अब्राहम देखने को मिलेगा?
मैं अपने आपको खिलाड़ी किस्म का व्यक्ति मानता हूँ। स्कूल और कॉलेज के जमाने में मैंने ही फुटबाल टीम की कमान संभाली थी। मुझे पता है कि भारत की फुटबाल में दयनीय स्थिति है। इस साल भारतीय क्रिकेट टीम विश्वकप में कुछ खास नहीं कर पाई। मेरे खयाल से यह सही समय है जब हम युवाओं की दिलचस्पी फुटबाल के प्रति पैदा करें। खेल की बात करें तो इसमें आपको सचमुच का जॉन अब्राहम देखने को मिलेगा।

आपने अपने लंबे बालों को कटवाने की हामी कैसे भर ली?
मैंने अपने निर्माता और निर्देशक को कह दिया था कि यदि मैंने अपने लंबे बाल कटवा लिए तो मेरे प्रशंसक शायद ही मुझे पहचान पाए। मेरे फुटबाल कोरियोग्राफर एंडी ने मुझसे कहा कि आजकल के जितने भी फुटबाल खिलाड़ी हैं चाहे रोनाल्डो हो, रूनी हो या लैम्पर्ड हो सबके बाल छोटे हैं। यह सुनकर मैंने भी फैसला किया कि कुछ परिवर्तन हो जाए। लेकिन मेरी अगली फिल्मों में आप मुझे बड़े बाल में ही देखेंगे।

‘मदहोशी’ के बाद आपकी और बिपाशा की फिल्म लगभग तीन साल बाद आएगी। क्या आपने जानबूझकर साथ में काम नहीं करने का फैसला लिया था?
नहीं। हमें जो फिल्में साथ में मिल रही थी उनमें कुछ नया नहीं था। यह फिल्म कोई लव स्टोरी नहीं है। यह फुटबाल पर आधारित फिल्म है, लेकिन बिपाशा की भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका है।

‘गोल’ फुटबाल पर आधारित फिल्म है। क्या आपको ऐसा नहीं लगता कि यह भारतीय दर्शकों के बजाय इंग्लैण्ड के दर्शकों को ज्यादा लुभाएंगी?
बिलकुल सही है। लेकिन मुझे विश्वास है कि यह भारतीय दर्शकों को भी पसंद आएगी। हमारा यह विचार है कि यदि जॉन बाइक चलाता है तो सभी युवा भी बाइक चलाते हैं। यदि जॉन फुटबाल खेलता है तो वे क्यों नहीं खेल सकते हैं? मैं चाहता हूँ कि फुटबाल में भी भारत की पहचान बनें। मैंने इस फिल्म के लिए बहुत मेहनत की है। मैंने कोई भी डुप्लिकेट या डमी का उपयोग नहीं करा है। जो भी फुटबाल खेलने के दृश्य है वह सब मेरे ऊपर ही फिल्माए गए हैं। इस फिल्म में आपको जॉन अब्राहम ही खेलता हुआ नजर आएगा।

कहा जा रहा है कि अगले महीने यार्कशायर में आयोजित होने वाले आईफा अवॉर्ड में इस फिल्म का संगीत जारी किया जाएगा। क्या यह सच है?
मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है, लेकिन आपको एक बात बताना चाहूँगा कि इस फिल्म का संगीत बहुत ही उम्दा है। जब मैंने इसे सुना तो मैं आश्चर्य‍चकित हो गया। कई दिनों बाद इतना अच्छा संगीत सुनाई दिया।

कॉन फिल्म समारोह में हिन्दी फिल्म को दिखाने के बारे में आपका क्या विचार है?
दुनिया भर के लोग इस प्रतिष्ठित समारोह में जमा होते हैं। ऐसे में फिल्म दिखाना जरूरी है। ‘गोल’ फिल्म न केवल ब्रिटिश बल्कि दुनिया भर के लोगों को अपील करेंगी।

आप पिछले तीन माह से यू.के. में शूटिंग कर रहे हैं। क्या आपकी किसी मशहूर फुटबाल खिलाड़ी से मुलाकात हुई?
आज के खिलाड़ी तो नहीं परंतु कुछ पुराने खिलाडि़यों से मैं जरूर मिला। इंग्लिश प्रीमियर लीग मैं भारत में टीवी पर देखता था। मैं किसी क्लब का समर्थन नहीं करता लेकिन मुझे कुछ खिलाड़ी जरूर पसंद है।

आपके नाम का ब्रांड भारत में तो शुरू हो गया है। लेकिन यू. के. में रहने वाले जॉन अब्राहम ब्रांड खरीदना चाहें तो वे क्या करें?
जॉन अब्राहम ब्रांड भारत में इसलिए शुरू किया गया क्योंकि मेरी भारत में पहचान है। शीघ्र ही इसकी बिक्री यू. के., मारीशस, पाकिस्तान, बंगलादेश में भी शुरू की जाएगी।

आपकी जिंदगी का गोल क्या है?
मुझे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बतौर अभिनेता के रूप में पहचान मिलें।

लोग गोल देखने क्यों जाएं?
मैंने अपने निर्देशक को बता दिया है कि फिल्म का जो होना है वह होगा लेकिन यू. के. में यह फिल्म कमाल दिखाएगी।

अपने प्रशंसकों को क्या कहना चाहेंगे?
धन्यवाद। वे हमेशा मेरे साथ रहे हैं और मैं उन्हें अपना गॉडफादर मानता हूँ। मेरा कोई भी इस फिल्म इंडस्ट्री में नहीं है और मैं केवल अपने प्रशंसकों के बल पर टिका हुआ हूँ। मैं उन्हें बेहद चाहता हूँ।

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