यह फिल्म युद्ध में हुई एक सत्य घटना पर आधारित है। अजय इसमें स्क्वाड्रन लीडर विजय कर्णिक का किरदार निभाएंगे जो 1971 में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में भुज एअरपोर्ट के इंचार्ज थे। कर्णिक और उनकी टीम ने महिलाओं की सहायता से भुज में नष्ट हो गई एअरस्ट्रिप फिर से बनाई थी। इसे भारत का 'पर्ल हॉर्बर मोमेंट' कहा गया।
इस एअरस्ट्रिप को पाकिस्तान ने बम फेंक कर नष्ट कर दिया था। कर्णिक ने निकट के गांव स्थित 300 महिलाओं को काम करने के लिए राजी किया, जिन्होंने एअरस्ट्रिप फिर बना दी जिससे इंडियन आर्मी के ऑफिसर्स सुरक्षित लैंड कर सकें। कर्णिक ने दो अन्य ऑफिसर्स, 50 एअरफोर्स सैनिक और 60 डिफेंस सिक्यूरिटी कॉर्प्स के साथ यह काम किया।
स्क्वाड्रन लीडर विजय कर्णिक का कहना है 'हम उस समय युद्ध लड़ रहे थे और उस दौरान यदि किसी महिला के साथ कुछ अनहोनी हो जाती तो यह हमारे लिए भारी नुकसान हो सकता था, लेकिन मैंने साहसिक फैसला लिया और काम शुरू किया। मैंने उन्हें संक्षेप में समझाया कि यदि हमला होता है तो उन्हें किस तरह बचना है। उन्होंने यह काम बहादुरीपूर्वक किया।'