अमिताभ बच्चन ने फेस्टिवल में ब्रिटिश सेंसरशिप, उत्पीड़न करने वालों के खिलाफ आजादी से पहले की फिल्मों, सांप्रदायिकता और सामाजिक एकता पर विस्तार से बात करने की बात कही। अमिताभ ने कहा, मुझे यकीन है कि मंच पर मेरे सहयोगी इस बात से सहमत होंगे कि अब भी नागरिक स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की आजादी पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
वहीं भाजपा के आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने कहा कि अमिताभ के शब्द बंगाल से ज्यादा सटीक किसी और जगह के लिए नहीं हो सकते, क्योंकि उन्होंने फ्रीडम की बात ऐसी जगह कही है, जहां चुनाव के बाद हिंसा हुई थी।
Edited By : Ankit Piplodiya