इस तस्वीर में उनके पिता इरफान इरफान और मां सुतापा सिकंदर नजर आ रही हैं। इस तस्वीर के साथ बाबिल ने लिखा, 'डियर बाबा, मैं आपके परफ्यूम की खुशबू याद करने की कोशिश करता हूं जब हम नॉर्वे में लाइट डांस देखने के लिए ट्रैवल करते थे। मुझे साफ तौर पर याद है कि आपकी खुशबू का एहसास लेकिन ये खुशबू किस चीज से बनी थी मैं ये याद नहीं कर पाता हूं।
उन्होंने लिखा, मुझे वो एहसास याद है जब आप मेरी तकदीर बताने के लिए मेरी हथेली पर अपनी उंगलियां फैलाते थे लेकिन मुझे इस बात से डर लगता है कि मेरी नाक को शरारत से पकड़ लेने का एहसास मैं भूल जाऊंगा। मैंने जन्नत से भीख मांगी है, रोया हूं कि मेरे शरीर को अभी भूलने ना दे। मेरी आत्मा अभी इसके लिए तैयार नहीं है।
बाबिल ने लिखा, मैं आगे बढ़ने के लिए तैयार नहीं हूं और मैं इस विचार के साथ सहज हूं कि शायद कभी तैयार हो भी नहीं सकूंगा। हमें कभी भी तर्क के साथ सामंजस्य बिठाना नहीं आया। इसके अलावा बाबिल ने अपने पिता के नाम एक कविता भी लिखी है।