रिपोर्ट के अनुसार फिल्म इंडस्ट्री के सूत्रों के मुताबिक, जब भी कोई बड़ा राष्ट्रीय या सैन्य ऑपरेशन सामने आता है, निर्माता तुरंत उस पर आधारित टाइटल को सुरक्षित करने की कोशिश करते हैं। जरूरी नहीं कि वे उस पर तुरंत फिल्म बनाएं। लेकिन एक टाइटल बुकिंग भविष्य की संभावनाओं को खुला रखने का एक तरीका होता है।
उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक, वॉण और फाइटर जैसी फिल्मों कीसफलता के बाद प्रोड्यूसर्स को यह एहसास हो चुका है कि देशभक्ति और युद्ध आधारित फिल्में दर्शकों को खूब पसंद आती हैं। इसलिए वे ऐसे टाइटल्स को पहले ही सुरक्षित कर लेते हैं ताकि भविष्य में उस विषय पर फिल्म बनाने का विकल्प खुला रहे।
इंडिया टूडे संग बात करते हुए अशोक पंडित ने पुष्टि की कि उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' टाइटल के लिए आवेदन किया है। उन्होंने कहा, फिल्म बनेगी या नहीं, यह तो बाद की बात है, लेकिन जैसे ही कोई गंभीर और देशहित की घटना होती है, हम टाइटल बुक करवा लेते हैं। यह पहला कदम होता है किसी भी फिल्म की शुरुआत का।