शबाना आजमी, फारूक और रूपा की करीबी दोस्त रही हैं। ज़ूम से संग बातचीत करते हुए शबाना ने बताया, फारूक और रूपा कॉलेज के समय से मेरे सबसे करीबी दोस्त थे। हम सभी जानते थे कि वे एक-दूसरे से किस कदर जुड़े हुए थे। मुझे नहीं लगता कि रूपा कभी फारूक की अचानक मौत से उबर पाई थीं। वह अपनी दो बेटियों की देखभाल करने के लिए हरसंभव कोशिश करती रहीं।
उन्होंने कहा, जीवनसाथी को खोने के गम ने रूपा का पीछा कभी नहीं छोड़ा। करीबी दोस्तों का कहना है कि वह इस उम्मीद में अपने अकेलेपन के खत्म होने का इंतजार कर रही थीं कि एक दिन वह भी अपने पति के साथ दूसरी दुनिया के सफर में शामिल हो जाएंगी।
बता दें कि फारूक शेख और रूपा जैन पहली बार मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज में थिएटर के दौरान मिले थे। शादी से पहले उन्होंने नौ साल तक एक दूसरे को डेट किया था। इस कपल की दो बेटियां हैं, जिनका नाम सना और शाइस्ता है। फारूक शेख का निधन 28 दिसंबर 2013 को दुबई में हो गया था।