फिल्म की कहानी मुख्यत: तीन किरदारों के इर्दगिर्द घूमती है जिसे फिरोज खान, ज़ीनत अमान और विनोद खन्ना ने अभिनीत किया था। फिरोज ने अपना किरदार चुन लिया था। जीनत अमान उनकी पहली पसंद थी, लेकिन विनोद खन्ना वाले रोल के लिए उन्होंने अमिताभ बच्चन को सोच रखा था।
विनोद उस समय अमिताभ के समकक्ष थे। वे कुर्बानी करने के लिए राजी हो गए। इस तरह से अमिताभ वाले रोल में विनोद नजर आए। फिल्म ने धूम मचा दी और विनोद का निर्णय सही साबित हुआ। बाद में फिरोज और विनोद ने ‘दयावान’ नामक फिल्म फिर साथ की थी, लेकिन कुरबानी वाला जादू वे नहीं जगा पाए।