अपने अभिनय से कम उम्र में ही इरफान खान ने इतना नाम कमा लिया कि कई लोगों को यह स्थान हासिल करने में उम्र कम पड़ जाती है।
इरफान खान को दुनिया का अलविदा कहे एक महीना हो गया है और हर दिन उन्हें याद किया जा रहा है। उनके बारे में नई-नई बातें सामने आ रही हैं और यह सिलसिला थम नहीं रहा है।
ऐसा ही एक खुलासा उनके दोस्त जिआउल्लाह ने किया है। जिआउल्लाह ने इरफान को कहा था कि वे इस बारे में किसी को भी नहीं बताएंगे, लेकिन दोस्त ने यह कसम इसलिए तोड़ दी कि अब इरफान ही दुनिया में नहीं रहे तो फिर कसम किस काम की।
जियाउल्लाह कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ने वाली जंग के लिए पैसे जुटाने में लगे हुए थे। इरफान के बड़े भाई ने यह बात इरफान तक पहुंचा दी तो इरफान डोनेशन के लिए राजी हो गए, लेकिन एक शर्त भी सामने रख दी।
कहा कि वे इसी शर्त पर डोनेशन देंगे कि इस बारे में किसी को बताया नहीं जाए। इरफान का मानना था कि नाम के लिए दान किया तो कोई मतलब नहीं है। शर्त मान ली गई और जाते-जाते इरफान यह नेक काम कर गए।
जियाउल्लाह का कहना है कि इरफान यदि हमारे बीच होते तो वे कभी शर्त नहीं तोड़ते, लेकिन वे चले गए हैं तो उनके नेक काम के बारे में बताना उनकी जिम्मेदारी है।