फिल्म ऐसे तीन पुरुषों की कहानी है जिनके फोटो बिना उन्हें बताए नसबंदी के सरकारी पोस्टर पर छाप दिए जाते हैं। इनकी जिंदगी में भूचाल आ जाता है। घर वाले तो नाराज होते ही हैं, जगहंसाई भी होती है। तीनों मिलकर सरकार के खिलाफ लड़ते हैं। उनकी लड़ाई को हास्य की चाशनी में डूबो कर दिखाया गया है।