मानुषी छिल्लर, 2017 में मिस वर्ल्ड का ताज पहनने के बाद से ही लड़कियों के लिए समान अधिकार को लेकर मुखर रही हैं। वह लड़कियों को मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता के बारे जागरूक करने के लिए एक नॉन-प्रॉफिट ऑर्गनाइजेशन के प्रोजेक्ट शक्ति को लीड कर रही हैं। इसके अलावा वे यूनिसेफ के कई अभियानों से भी जुड़ी रही हैं।
मानुषी सोशल मीडिया का इस्तेमाल लड़कियों के अधिकारों को लेकर मुखर होने की जरूरत के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए कर रही हैं। मानुषी कहती हैं, मेरा मानना है कि पुरुषों और महिलाओं का लड़कियों के अधिकारों को लेकर मुखर होना जरूरी है। यह एक सच्चाई है कि महिलाओं को अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए अपेक्षाकृत ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।
उन्होंने कहा, महिलाओं को पावर अपने हाथों में लेना होगा और इस धारणा को आकार देना होगा कि एक लड़की को खुद को किस तरह देखना चाहिए। ये अवसरों और रूढ़ियों से भरी दुनिया है जो बेहतर भविष्य और बेहतर जिंदगी के लिए बेड़ियों का काम करती है। यह उन रूढ़ियों को तोड़ने का वक्त है।
मानुषी छिल्लर कहती हैं, मैं हमेशा से लड़कियों के लिए समान अधिकारों को लेकर मुखर रही हूं और अंरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर मैं इस मुद्दे पर अधिक से अधिक लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए सोशल मीडिया की ताकत का इस्तेमाल करूंगी। मैं दुनिया को यह दिखाने के लिए साथी क्रिएटिव लोगों के साथ जुड़ना चाहती हूं कि समान अधिकारों को लेकर हम कैसा महसूस करते हैं, और महिला के तौर पर कैसा महसूस करना चाहते हैं।