सयानी गुप्ता ने कहा है कि #MeToo अभियान को अभी नहीं बल्कि 15-20 साल पहले आ जाना चाहिए था। यह अभियान आज की खास पीढ़ी के लिए हो रहा है। मैं अभिनेत्री तनुश्री दत्ता का शुक्रिया अदा करना चाहूंगी, जिन्होंने इसकी पहल की। मैं उन महिलाओं के लिए गर्व महसूस कर रही हूं जिन्होंने निडर होकर अपना एक्सपीरिएंस शेयर किया है।
सयानी ने बचपन अपने साथ हुई एक घटना को साझा करते हुए कहा कि जब मैं 7-8 साल की थी तो मुझे एक बुढ़े आदमी ने बस में घेर लिया था, उस समय मैंने खुद को बचाने के लिए उसके पैर को कुचल दिया जिससे वह चिल्लाने लगा। इसलिए अपनी सुरक्षा के लिए ऐसा करना बेहद जरूरी है। महिलाओं को ऐसे लोगों से हमेशा सावधान रहना चाहिए जिनके इरादे गलत हों।