Sonu Sood: बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद ने कोरोनाकाल में दिल खोलकर लोगों की मदद की थी। कोरोनाकाल में लोगों को उनके घरों तक पहुंचाने से शुरू हुआ सोनू सूद का लोगों की मदद का यह सिलसिला आज भी जारी है। हाल ही में कोविड-19 महामारी और लॉकडाउन के दौरान आम लोगों की सेवा करते हुए, उन्हें पहली बार महसूस हुआ कि ग्लैमर की दुनिया बहुत छोटी है।
सोनू सूद ने कहा कि यह वही दौर था जब उन्हें पहली बार अपने अंदर छुपा वास्तविक इंसान दिखाई दिया। यह बात उन्होंने पूर्वी दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में आभूषण फर्म इजुसा डायमंड द्वारा विकसित किए गए आभूषणों के नए संग्रह के कैटलॉग 'शौर्य संग्रह' के विमोचन के दौरान कही।
उन्होंने कहा, कोविड के दिनों में मैंने महससू किया कि ग्लैमर की दुनिया बहुत छोटी है। ग्लैमर की दुनिया से बाहर की विशाल दुनिया में ऐसे तमाम हीरो हैं, जो लोगों परिस्थिति से मुकाबला कर रहे हैं और अपनी परवाह किए बिना लोगों की मदद कर रहे हैं।
सोनू सूद ने कहा, वैश्विक महामारी के दौरान मुझे आम लोगों की सेवा करने, उनके लिए भोजन और जरूरी चीजों की व्यवस्था करने का अवसर मिला। उस समय़ मुझे इंसानियत और असली इंसान का अंदर से एहसास हुआ।
सोनू सूद एंकर बनने दिल्ली से मुंबई गए थे और अब तक हिंदी और अन्य भाषाओं में 100 से अधिक फिल्मों में काम कर चुके हैं। उनका शुरुआती जीवन दिल्ली की सड़कों पर संघर्ष से शुरू हुआ लेकिन आज वह कई पुरस्कारों से सम्मानित हैं।
उन्होंने अपने शुरुआती जीवन के संघर्षों का भी जिक्र करते हुए कहा, मुझे अपने सपने पूरा करने का जूनून था और मुझे भरोसा था अपनी मां की दुआओं पर। मुझे विश्वास था कि सही प्रयास से मेरे लिए रास्ते खुलेंगे। मंजिल पाने के लिए बहुत से लोग संघर्ष कर रहे हैं, कुछ को मुकाम जल्दी मिल जाता है कुछ लोगों को वक्त लगता है।