गुड न्यूज़ की आधी कहानी तो ट्रेलर में ही दिखा दी गई थी, लेकिन प्रश्न छोड़ दिया गया था। दो कपल्स परिवार बढ़ाने के लिए आईवीएफ की मदद लेते हैं लेकिन समान सरनेम होने के कारण स्पर्म की अदला-बदली हो जाती है, यह बात ट्रेलर में नजर आई थी, लेकिन इसके बाद क्या होता है? यह उत्सुकता पैदा कर दी गई जिसके कारण फिल्म देखने का मन ज्यादातर दर्शकों ने बना लिया।
इस प्रश्न का उत्तर फिल्म में मिलता है। इस उत्तर से आप सहमत हैं या नहीं हैं, ये आपके ऊपर निर्भर करता है, लेकिन इस उत्तर तक पहुंचने का जो सफर है वो बहुत मजेदार है, खूब हंसाता है और इस सफर से ही भरपूर मनोरंजन हो जाता है।
2019 में कई बढ़िया फिल्में देखने को मिली और अब फिल्मकार ऐसे विषयों पर भी फिल्म बना रहे हैं जो अब तक अनछुए रहे हैं। गुड न्यूज़ एक कॉमेडी फिल्म है, लेकिन इसमें जो परिस्थितियां पैदा की गई हैं वो कभी पहले हिंदी फिल्म में देखने को नहीं मिली।
इस फिल्म का जो मूल आइडिया है वो आउट ऑफ बॉक्स होने के साथ-साथ बहुत अपील करता है। इसके लिए फिल्म की लेखक ज्योति कपूर की तारीफ बनती है।
वरुण बत्रा (अक्षय कुमार) और दीप्ति बत्रा (करीना कपूर खान) की शादी को सात साल हो गए हैं। अब वे बच्चा प्लान कर रहे हैं। भारतीय समाज में शादी के दूसरे दिन से ही आंटियां सवाल करने लगती हैं कि बच्चा कब होने वाला है? इसको लेकर अच्छी कॉमेडी की गई है।
वरुण और दीप्ति बच्चे के लिए कोशिश शुरू करते हैं और इसी बीच उन्हें आईवीएफ तकनीक का सहारा लेने की सलाह मिलती है जिस पर वे अमल करते हैं। क्लिनिक में गड़बड़ी ये हो जाती है कि वरुण के स्पर्म से मोनिका बत्रा (किआरा आडवाणी) प्रेग्नेंट हो जाती है और हनी बत्रा (दिलजीत दोसांझ) के स्पर्म से दीप्ति।
बत्रा सरनेम समान होने के कारण यह सब होता है। अब बच्चा रखे या नहीं? किसको अपना बच्चा माने? ऐसे कई सवाल उठते हैं और कई हंसने के लम्हें भी पैदा होते हैं।
ज्योति कपूर ने न केवल कहानी अच्छी लिखी है बल्कि किरदारों पर भी मेहनत की है। वरुण, दीप्ति, हनी और मोनिका, सभी अलग किस्म के और मजेदार किरदार हैं। हिंदी फिल्मों में हमने कई टिपिकल और लाउड किस्म के पंजाबी कैरेक्टर्स देखे हैं, यहां भी हनी-मोनिका उसी तरह के हैं, लेकिन इस बात को लेकर जो कॉमेडी रची गई है वो बहुत हंसाती है। जब-जब ये कपल स्क्रीन पर आता है हंसने का मौका मिलता है।
वरुण-दीप्ति और हनी-मोनिका की लाइफ स्टाइल, सोचने का तरीका भी बिलुकल अलग है। इस भेद पर भी कई उम्दा सीन फिल्म में देखने को मिलते हैं। अंग्रेजी में एमए मोनिका 'फ्लश' और 'फ्लैश' का अंतर नहीं जानती, हिंदी भी गलत पढ़ती है। वरुण-दीप्ति को अपने थोड़ा ऊंचा समझते हैं, लेकिन समय के साथ यह भेद मिटता है और इसे फिल्म में खूबसूरती के साथ दिखाया गया है।
फिल्म में कई मजेदार सीन हैं जो खूब हंसाते हैं। फिल्म आखिर में इमोशनल भी करती है और कहानी में इमोशन रखने के लिए सही जगह चुनी गई है। ज्योति कपूर, ऋषभ शर्मा और राज मेहता के संवाद कॉमेडी को और असरदार बनाते हैं।
राज मेहता का निर्देशन सधा हुआ है। उन्होंने कलाकारों से अच्छा अभिनय लिया है। कहानी को भटकने नहीं दिया है और फिल्म की लय को बरकरार रखा है।
फिल्म को बढ़िया डिजाइन किया गया है। किरदार खूबसूरत लगते हैं। सेट में खूब रंग बिखेरे गए हैं। फिल्म कलरफुल लगती है। फिल्म में कई गाने हैं, लेकिन गाने हिट हो गए हैं इसलिए देखते समय अच्छे लगते हैं। सौदा खरा- खरा, चंडीगढ़ में, जु़म्बा, दिल ना जानेया अच्छे बन पड़े हैं।
अभिनय फिल्म का मजूबत पक्ष है। अक्षय कुमार बेहतरीन फॉर्म में नजर आए और उन्होंने अपनी ओर से भी अपने किरदार में बहुत कुछ डाला है। पत्नी से डरने वाला और बच्चे में बिलकुल रूचि नहीं लेने वाले इंसान की भूमिका उन्होंने अच्छे से निभाई है। करीना कपूर खूबसूरत लगी हैं और उनकी एक्टिंग भी उम्दा है। उनका एक मोनोलॉग शानदार है।
दिलजीत दोसांझ की एंट्री से फिल्म में उठाव आता है। दिलजीत ने अपने किरदार की बारीकी को समझा है और कैरेक्टर को लाउड होने के बावजूद लाउडनेस से बचा कर रखा है। किआरा आडवाणी, आदिल हुसैन और टिस्का चोपड़ा अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं।
साल बदलने को है और इस मौके पर मनोरंजन चाहते हैं तो 'गुड न्यूज़' बढ़िया ऑप्शन है।