Motivation : खुद लिखें अपने करियर की कहानी

WD Feature Desk
मोनिका पाण्डेय 
आमतौर पर जैसे ही एजुकेशन ख़त्म होती है और स्टूडेंट्स नौकरी की जद्दोजहद में लग जाते हैं। जिन स्टूडेंट्स का कैंपस प्लेसमेंट हो जाता है, वो तो डायरेक्ट कंपनीज ज्वॉइन कर लेते हैं और बाकी स्टूडेंट्स जिनका सिलेक्शन नहीं हो पता है, वो प्रेशर में आ जाते हैं और इस प्रेशर में आकर वो कई बार ऐसी कंपनी ज्वॉइन कर लेते हैं, जो कि या तो उनके फील्ड का नहीं होता है या तो उसमें उनका इंट्रेस्ट नहीं होता है। जिसकी वजह से स्टूडेंट्स को जॉब सेटिस्फेक्शन नहीं मिल पता है और न ही वो अपने करियर में ग्रोथ कर पाते हैं जिसके कि वो वास्तव में हकदार होते हैं। ऐसी परिस्थितियों से बचने के लिए स्टूडेंट्स को चाहिए कि वो सिर्फ कैंपस प्लेसमेंट पर ही पूरी तरह से निर्भर न रहें बल्कि पढ़ाई के दौरान ही करियर के अल्टरनेटिव ऑप्शन रखें।
 
सही स्ट्रीम को चुनें
सफल होने के लिए सही स्ट्रीम का चुनाव करना सबसे ज्यादा जरूरी होता है। आपको यह पता होना चाहिए कि आप सबसे ज्यादा किस सब्जेक्ट को पढ़ने में रुचि रखते हैं। आप किसी भी स्ट्रीम का चयन करते हैं तो उसमें आपको कई सारे विषय पढ़ने होते हैं। अब उनमें से आपको यह देखना होगा कि आप सबसे अच्छा परफॉर्मेंस किस विषय में देते आए हैं। आप उस विषय को सुनिश्चित कीजिए। सिर्फ मार्क्स ही इस चुनाव का आधार नहीं हो सकता है। कई बार ऐसा देखा जाता है कि जिस सब्जेक्ट में आपको इंटरेस्ट होता तो है, पर उस सब्जेक्ट में आपके नंबर अच्छे नहीं आ पाते हैं। इसके लिए आप अपने टीचर से बात कर सकते हैं।
 
स्ट्रीम से जुड़ी जानकारी इकट्ठा करें
स्ट्रीम का चुनाव करने के बाद आपका अगला कदम होता है एक सही योजना के तहत आगे बढ़ना। आपने जिस स्ट्रीम का चयन किया है, उस इंडस्ट्री की वर्तमान में क्या स्थिति है? उससे जुड़ी हुई कौन-कौन-सी प्रमुख कंपनीज हैं और उनके ऑफिसेस कहां-कहां पर हैं। इन सभी प्रश्नों की एक सूची तैयार करें। उन सभी कंपनीज के बारे में इंटरनेट के माध्यम से अधिक से अधिक जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश करें। आपकी ये आदत आपके फील्ड के बारे में आपके दिमाग में एक ब्लूप्रिंट तैयार करेंगी, जो कि आपके काम में आएगा।
 
मल्टी टैलेंटेड बनें
सभी फील्ड की कुछ खास डिमांड होती है। ऐसे में आपको अपने सेक्टर की डिमांड्स के बारे में जानना बहुत जरूरी होता है। किसी फील्ड में अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स की जरूरत होती है। किसी फील्ड में अच्छे फील्ड वर्क की तो किसी में स्पेसिफिक कोर्स या किसी खास सॉफ्टवेयर नॉलेज की। इस तरह आपके फील्ड में भी किसी खास स्किल की अगर डिमांड की जाती है तो आपको उसके लिए पढ़ाई के दौरान ही समय निकालकर इन सभी स्किल को सीखना शुरू कर देना चाहिए और आपको मल्टी टैलेंटेड बनाना चाहिए ताकि जब आप पढ़ाई के बाद जॉब के लिए अप्लाई करें तो आपका सिलेक्शन आसानी से हो जाए।
 
लोगों से कनेक्टेड रहें
अकसर लोग अच्छी पढ़ाई का मतलब पूरे दिन किताबों में उलझे रहने से समझते हैं जबकि ये पूरी तरह गलत है। आज का समय नेटवर्किंग यानी कि संपर्कों का है। ऐसे में अगर आप लोगों से मेलजोल नहीं रखते हैं तो आप अच्छे लोगों से ही नहीं बल्कि आप अच्छे अवसरों से भी कट जाते हैं। इसलिए आप अपने दोस्तों और अपने सीनियर्स से रेगुलर टच में रहें। समय-समय पर उनकी सलाह लेते रहें, क्योंकि सही समय पर मिली एक सलाह आपके करियर को नई ऊंचाइयां दे सकती है। आपका एक अच्छा ग्रुप होना चाहिए। कॉलेज लाइफ में बनाया गया ये नेटवर्क ग्रुप ताउम्र आपके काम आएगा।
 
छोटी शुरुआत भी रखती है मायने
एक सफल करियर की राह में हमारे द्वारा की गई ये छोटी-छोटी शुरुआत हमारे बड़े काम आ सकती है। बस हमें इन तैयारियों के लिए रोज थोड़ा-थोड़ा वक़्त देना जरूरी होता है। आसान शब्दों में कहें तो इन्हें आदत बना लेना होता है। इसके लिए हमें खुद को थोड़ा-सा अनुशासित करना होगा। हम अपने अच्छे करियर और अपने अच्छे भविष्य के लिए इतना तो कर ही सकते हैं, क्योंकि जिंदगी वो नहीं जो आपको मिलती है, बल्कि जिंदगी वो है जो आप बनाते हो।

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