बर्मिंघम: बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के पहले पदक विजेता भारोत्तोलक संकेत महादेव सरगर 55 किग्रा वर्ग में रजत पदक हासिल करने के दौरान लगी कोहनी की चोट (यूसीएल) के इलाज के लिए ब्रिटेन में ही रुके रहेंगे।
अलनार कॉलेटेरल लिगामेंट यानि यूसीएल की चोट को ठीक होने में कम से कम तीन महीने का समय लगता है। संकेत जब पदक वितरण समारोह में आए थे तो उनके दाहिने हाथ में पट्टियां बंधी थी।
संकेत को मलेशिया के स्वर्ण पदक विजेता अनिक कासदान से कड़ी चुनौती मिली। संकेत ने आखिर में 248 किग्रा भार उठाने का प्रयास किया लेकिन इस वजन को उठाने की कोशिश में उनकी कोहनी चोटिल हो गई थी।(भाषा)