को-विन पोर्टल पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कोविड-19 टीके की 84 करोड़ से ज्यादा खुराक लगाई जा चुकी हैं। भूषण ने कहा कि एक मई से 22 सितंबर तक निजी अस्पतालों में करीब छह प्रतिशत खुराक लगाई गईं, जबकि बाकी खुराक सार्वजनिक (सरकारी) स्वास्थ्य केन्द्रों पर लगाई गईं।
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने कहा, भारत की कुल वयस्क आबादी के दो तिहाई हिस्से (66 प्रतिशत) को सार्स-सीओवी2 का टीका लगाया जा चुका है और करीब एक तिहाई आबादी (23 प्रतिशत) को टीके की दोनों खुराकें लगाई गई हैं और इन दोनों मानदंडों में आप देख सकते हैं कि ऐसे कई राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश ऐसे हैं जिन्होंने इन औसत से बेहतर किया है।
उन्होंने कहा कि टीका इस गंभीर बीमारी और मृत्यु से बहुत हद तक सुरक्षा प्रदान करता है और इसलिए यह संतोष की बात है कि टीकाकरण इतने व्यापक स्तर पर हुआ है। पॉल ने कहा, हम उन लोगों से अनुरोध करते हैं, जिन्होंने पात्र होने के बावजूद अभी तक टीका नहीं लगवाया है...महिला-पुरुष, गर्भवती महिलाएं और सभी लोग, खासतौर से जिनकी आयु 50 साल से ज्यादा है, उन्हें टीके की पहली और दूसरी खुराक लगवा लेनी चाहिए, ताकि उन्हें पूर्ण सुरक्षा मिल सके और हम इस महामारी से पार पा सकें।
साझा किए गए आंकड़े के अनुसार, रोजाना लगाई जाने वाली टीके की खुराकों की औसत संख्या बढ़ी है। यह संख्या मई में 19.69 लाख, जून में 39.89 लाख, जुलाई में 43.41 लाख थी, जो बढ़कर अगस्त में 59.19 लाख प्रतिदिन हो गई है। सितंबर में अभी तक रोजाना औसत रूप से 81.60 लाख टीके लगाए जा रहे हैं।(भाषा)