रूस, ब्राजील और भारत में बढ़े कोरोना संक्रमित, दुनिया की चिंता बढ़ी

Webdunia
बुधवार, 20 मई 2020 (07:37 IST)
मॉस्को। भारत से दक्षिण अफ्रीका और मेक्सिको तक कोरोना वायरस से संक्रमण के बढ़ते मामलों से स्पष्ट हो गया है कि इस महमारी का फिलहाल अंत नहीं है जबकि रूस और ब्राजील संक्रमितों की संख्या के मामले में अब केवल अमेरिका से पीछे हैं।
 
संक्रमितों की संख्या ऐसे समय बढ़ रही है जब एशिया, यूरोप और कई अमेरिकी राज्यों ने कोरोना वायरस के खिलाफ अपनी-अपनी लड़ाई में काफी प्रगति की है और अब वे अर्थव्यवस्थाओं को दोबारा खोलने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
 
अमेरिकी ऑटोकर्मी, फ्रांसीसी शिक्षक और थाईलैंड के मॉल में काम करने वाले उन सैकड़ों-हजारों कर्मचारियों में शामिल हैं जो नए सुरक्षा एहतियातों के साथ काम पर लौटे हैं।
 
रूस में मंगलवार को संक्रमितों की संख्या में फिर उछाल आया है और 14.7 करोड़ की आबादी वाले इस विशाल देश के कई स्थान संक्रमण के नए केंद्र (हॉटस्पॉट) के रूप में उभरे। पिछले 24 घंटे में यहां कोविड-19 के 9,263 नए मामले सामने आए हैं, इसके साथ ही कुल संक्रमितों की संख्या तीन लाख के करीब पहुंच गई है।
 
रूस के कुल संक्रमितों में 50 प्रतिशत अकेले मॉस्को में हैं।  यहां अब तक 2,837 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हुई है। हालांकि, इन आंकड़ों पर अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने सवाल उठाए हैं। 
 
रूस का दूसरा सबसे बड़ा शहर सेंट पीटर्सबर्ग एक प्रमुख संक्रमण केंद्र के रूप में उभरा है। प्रशासन ने अतिरिक्त एहतियात के तहत अब सभी शवों को बंद ताबूत में दफनाने का निर्देश दिया है चाहे मौत का कारण कुछ भी हो। पहले यह निर्देश केवल कोविड-19 से होने वाली मौतों के मामले में शवों को दफनाने के लिए था।
 
संक्रमण के मामले में रूस अब केवल अमेरिका से पीछे है जहां 15 लाख लोग संक्रमित हुए हैं और करीब 90 हजार लोगों ने कोविड-19 से जान गंवाई है।
 
लातिन अमेरिका में अबतक 4,83,400 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी हैं और 30,900 लोगों की मौत हुई है।
 
संक्रमितों की संख्या सबसे अधिक ब्राजील में है जो सोमवार शाम को 2,50,000 कोविड-19 मरीजों के साथ दुनिया का तीसरा सबसे प्रभावित देश बन गया। यह स्थिति तब है जब सीमित संख्या में जांच हो रही है।
 
अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि रियो डी जेनिरियो और साओ पाउलो में गहन चिकित्सा बिस्तर 85 प्रतिशत तक भर चुके हैं।
 
 वहीं कुछ देशों में नए सिरे से संक्रमण फैलने से खतरे की घंटी बज गई है। ईरान जहां पर अप्रैल महीने में नए संक्रमितों की संख्या में गिरावट आई थी वहां मई में फिर से मामले बढ़ रहे हैं।
 
कोरोना वायरस के इलाज के लिए तैयार प्रायोगिक टीके एलबिएट के उत्साहजनक नतीजों से नई उम्मीद जगी है। यह परीक्षण अभी शुरुआती दौर में है लेकिन सोमवार को खबर आने के बाद स्टॉक बाजार में उछाल देखने को मिला।
 
एक आश्चर्यजनक घोषणा करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह कोरोना वायरस से खुद को बचाने के लिए मलेरिया की दवा ले रहे हैं। जबकि उनके अपने प्रशासन ने चेतावनी दी है कि यह केवल अस्पतालों और शोध में लगे लोगों के इस्तेमाल किए है क्योंकि इसके प्राणाघातक दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
 
रूस में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने घोषणा की है कि मार्च के आखिर में आंशिक लॉकडाउन लागू करने की वजह से महामारी की गति धीमी करने और स्वास्थ्य सेवाएं धाराशायी होने से बचाने में मदद मिली है।
 
उन्होंने करीब एक हफ्ते पहले राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन खत्म कर प्रांतीय गर्वनरों को उद्योगों और निर्माण केंद्रों को दोबारा खोलने पर विचार करने के लिए प्रोत्साहित किया।
 
पुतिन ने प्रांतों को लॉकडाउन को खत्म करने के तरीकों पर फैसला करने की छूट देते हुए रेखांकित किया कि रूस के 85 प्रांतों में अलग-अलग स्थिति है। कुछ संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मुस्लिम बहुल दक्षिणी प्रांत दागेस्तान में संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ने और अस्पतालों में भारी संख्या में मरीजों के आने की खबर आ रही है।
 
भारत में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या एक लाख के पार हो गई है और उन राज्यों में मामले बढ़ रहे हैं। यहां पर लॉकडाउन की वजह से कामधंधा छूटने के बाद प्रवासी कामगार आ रहे हैं। भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में कोविड से 3,100 से अधिक लोगों की मौत हुई है।
 
बांग्लादेश में प्रशासन के मुताबिक कोरोना वायरस से संक्रमण के 1,602 मामलों की पुष्टि हुई। वहां, लॉकडाउन की मियाद 30 मई तक बढ़ाई गई है। इसके बावजूद राजधानी ढाका की सड़कों पर हजारों की संख्या में कारों को देखा गया।
 
 बांग्लादेश के प्रशासन ने इस महीने के अंत में आ रहे ईद के मद्देनजर दुकानों को खोलने के नियमों में कुछ रियायत दी है। सार्वजनिक परिवहन को स्थगित किया है लेकिन देश के हजारों गारमेंट कारखानों में काम हो रहा है।
 
दुनिया के दूसरे छोर, लातिन अमेरिकी देश चिली की राजधानी सेंटियागों में गहन चिकित्सा कक्ष 90 प्रतिशत से अधिक भर चुके हैं और अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि जल्द ही आपात चिकित्सा सेवा एवं चिकित्सकों की भारी कमी उत्पन्न होगी।
 
अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स के गरीब इलाकों में संक्रमण बढ़ रहा है जहां प्रशासन ने पिछले महीने सख्त लाकडॉउन के नियमों में ढील देते हुए कुछ काम-धंधों को खोलने और बच्चों को सप्ताहांत में घर से बाहर निकलने की अनुमति दी थी।
 
ब्राजील से लगती सीमा के लेतेसिया शहर में फैली महामारी को नियंत्रित करने के लिए कोलंबिया संघर्ष कर रहा है। वहां अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने के लिए जगह नहीं है और उन्हें होटलों में भेजा जा रहा है जिसे आपात चिकित्सा केंद्र के रूप में तब्दील किया गया है। कोलंबिया में अब तक 16,295 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है जिनमें से 592 लोगों की मौत हुई है।
 
 
अमेरिका में 3.6 करोड़ अमेरिकियों ने बेरोजगारी लाभ के लिए आवेदन किया है और आर्थिक चिंताएं राजनीतिक चर्चाओं पर भारी पड़ रही है। 
 
ब्रिटिश प्रशासन ने मंगलवार को बताया कि अप्रैल महीने में बेरोजगारी में 69 प्रतिशत की वृद्धि हुई। यूरोप में कारों की बिक्री में अभूतपूर्व तरीके से अप्रैल में 72 प्रतिशत की गिरावट आई है और ऑटोमोबिल उद्योग दशकों बाद सबसे बड़े संकट से गुजर रहा है।
 
 अमेरिका में करीब दो महीने में पहली बार वाहन निर्माण में लगे 1,30,000 से अधिक कर्मचारी कारखानों में लौटे। अमेरिकी उद्योगों को दोबारा शुरू करने के लिए उठाए गए बड़े कदमों में से यह एक है।
 
दुनिया भर में कोरोना वायरस के इलाज के लिए बन रहे संभावित टीकों में करीब एक दर्जन टीके परीक्षण के पहले चरण में पहुंच गए हैं या इसके करीब हैं।
 
जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय के आंकड़ों के मुताबिक दुनिया में कोरोना वायरस से 48 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। उनमें से करीब 3,18,000 लोगों की मौत हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि संक्रमितों की यह संख्या विभिन्न कारणों से वास्तविक संक्रमितों से बहुत कम है। (भाषा)

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