उन्होंने कहा, हमारे अपने नुकसान को कभी नहीं भुलाया जाएगा लेकिन यह रेल परिवार का धैर्य, दृढ़ निश्चय और संकल्प था जो अभूतपूर्व महामारी के दौर में विजयी साबित हुआ।
मंत्री ने कहा कि सभी की इस प्रतिबद्धता के कारण रेलवे आवश्यक वस्तुओं की अबाधित आपूर्ति सुनिश्चित कर पाई, चाहे वह बिजली संयंत्रों के लिए कोयला हो, किसानों के लिए उर्वरक या देशभर के उपभोक्ताओं के लिए अनाज हो।
रेल मंत्री ने कहा, लॉकडाउन के दौरान पाबंदियों के कारण 370 बड़े सुरक्षा और बुनियादी ढांचे संबंधी कार्य पूरे किए गए। किसान रेल सेवाएं बड़े बाजारों के साथ हमारे अन्नदाताओं को सीधे जोड़ने का जरिया बनी। आपने अपनी सेवा से इसे संभव कर दिखाया और लाखों की जिंदगियों और दिलों को छुआ।