Corona को लेकर इंदौर कलेक्टर का बड़ा फैसला, अगले 7 दिनों नहीं मिलेगी राहत
मंगलवार, 31 मार्च 2020 (17:09 IST)
इंदौर। कोरोना (Coronavirus) को लेकर इंदौर (Indore) कलेक्टर मनीष सिंह ने का बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि संभवतः कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ेगी और इसके लिए प्रशासन मानसिक रूप से पूरी तरह से तैयार है। शहर में अगले 7 दिनों तक सख्ती बरकरार रहेगी और कर्फ्यू का पूर्ण रुप से पालन किया जाएगा।
मनीष सिंह के अनुसार इंदौर शहर कोरोना संक्रमण के जिस दौर से गुजर रहा है, उस स्टेज में संक्रमण बहुत तीव्र गति से फैलता है। शहर में पाए गए कोरोना पॉजिटिव मरीजों के निवास से संबंधित क्षेत्रों को कंटेनमेंट एरिया घोषित किया गया है। इसके अतिरिक्त उक्त मरीजों की फर्स्ट एवं सेकंड कांटेक्ट हिस्ट्री का पता लगाकर संबंधित व्यक्तियों को आइसोलेट करके क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया है।
उन्होंने बताया कि इंदौर में कोरोना पॉजिटिव पाए गए नए 17 मरीज इन्हीं क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखे गए व्यक्तियों में से हैं। प्रशासन का यह प्रयास है कि कोविड-19 पॉजिटिव पेशेंट के परिवारजनों तथा उनका जिनसे कांटेक्ट हुआ है, उन्हें तत्काल क्वॉरेंटाइन किया जाए। रानीपुरा, हाथीपाला सबसे ज्यादा चुनौती वाले क्षेत्र हैं। घनी बस्ती होने के कारण यहां संक्रमण बहुत तेजी से फैला है।
उन्होंने बताया कि चंदन नगर एवं खजराना में विस्तृत सर्वे कराया जा रहा है। यहां आशा, एएनएम तथा आंगनवाड़ी कायकर्ताओं की टीम के द्वारा घर-घर जाकर दवा वितरण एवं प्रोफेशनल ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। इनके द्वारा सर्वे करके कोरोना से संबंधित लक्षण जैसे सर्दी, खांसी, जुखाम, गले में खराश आदि होने पर यलो कैटेगरी वाले अस्पताल में स्क्रीनिंग के लिए भेजा जा रहा है।
जिला कलेक्टर ने शहर में कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए इंदौर की जनता से अपील की कि सभी मानसिक रूप से तैयार रहें तथा लॉकडाउन के समय प्रशासन का सहयोग करें। पिछले 2 दिन में करीब 450 लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया तथा 285 लोगों का स्वाब टेस्ट के लिए भेजा गया। क्वॉरेंटाइन फैसिलिटी बढ़ाने के उद्देश्य से बैकहैंड पर लगातार काम किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त कोविड-19 पॉजिटिव पेशेंट के इलाज के लिए कैपेसिटी बिल्डिंग का कार्य भी किया जा रहा है।
मनीष सिंह के मुताबिक कोविड पॉजिटिव पेशेंट के लिए लगभग 700 बेड की व्यवस्था है। अस्पतालों को रेड, यलो एवं ग्रीन केटेगरी में विभाजित किया गया है। रेड कैटेगरी में कोविड-19 पॉजिटिव मरीज, यलो केटेगरी में कोरोना से संबंधित लक्षणों वाले मरीज तथा ग्रीन केटेगरी में अन्य बीमारियों के इलाज वाले मरीज लिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि ग्रीन केटेगरी वाले अस्पताल सबसे ज्यादा हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इंदौर शहर में आबादी बहुत बड़ी है तथा बहुत सारे लोगों को कई अन्य बीमारियां हैं। उनका इलाज सामान्य रूप से चल सके, इसलिए ग्रीन केटेगरी के अस्पताल सबसे ज्यादा हैं।
कलेक्टर सिंह ने कहा कि कोरोना, स्वाइन फ्लू से कम खतरनाक है और भारतीय इस वायरस से लड़ने में बहुत सक्षम हैं, इसलिए लोगों को घबराने की जरूरत नहीं, बस संयम बरतने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के समय दवा बाजार, केमिस्ट एसोसिएशन से संबंधित फैक्ट्री यूनिट पूर्ण रूप से खुली रहेंगी। वहां कार्य करने वाले कर्मचारियों को प्रमाण पत्र के द्वारा आने जाने पर छूट रहेगी।
उन्होंने बताया कि, डॉक्टर तथा नर्स की सुरक्षा के लिए पीपीई किट (PPE Kit) दी गई है। रेड एवं येलो केटेगरी वाले अस्पतालों में पीपीई किट के माध्यम से डॉक्टर तथा नर्स की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है। ग्रीन कैटेगरी वाले अस्पताल में HIV किट का वितरण किया गया है।
रेड झोन वाले अस्पताल, जहां कोरोना के पॉजिटिव मरीज होंगे
1. मनोरमा राजे टीबी अस्पताल
2. चेस्ट सेंटर एमवायएच
3. एमटीएच अस्पताल
4. श्री अरविंदो इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल
यलो झोन वाले अस्पताल, जहां कोरोना के लक्षण वाले संभावित मरीजों को रखा जाएगा
1. प्रशांति अस्पताल महू
2. गोकुलदास अस्पताल
3. मयूर अस्पताल
4. सुयश अस्पताल
5. इंडेक्स मेडिकल कॉलेज
6. श्री अरिहंत अस्पताल
7 सिनर्जी अस्पताल
8 विशेष अस्पताल, पालदा
ग्रीन झोन वाले अस्पताल, जहां अन्य बीमारी या एमरजेंसी वाले मरीजों को रखा जाएगा
1. मिलिट्री अस्पताल महू
2. एमवाय अस्पताल
3. सीएचएल अपोलो, एलआईजी
4. अपोलो राजश्री, विजयनगर
5. भंडारी अस्पताल, विजयनगर
6. मेदांता अस्पताल
7. लाइफ केयर अस्पताल
8. ग्लोबल एसएनजी अस्पताल
9 चोइथराम अस्पताल
10. ग्रेटर कैलाश
11. गुर्जर अस्पताल
12. बॉम्बे अस्पताल
13. एप्पल अस्पताल
14. शेल्बी अस्पताल
15. विशेष डायग्नोस्टिक सेंटर
16. क्योरवेल अस्पताल
17. सिटी नर्सिंग होम
18 यूनिक सुपर स्पेशलिटी सेंटर
19 लाहोटी मेडिकेयर
20 गीता भवन अस्पताल
21 इंदौर क्लॉथ मार्केट अस्पताल
22 नोवल अस्पताल, बिचोली हप्सी
जिला प्रशासन ने बैंक कर्मियों को दी छूट वापस ली : शहर में तेजी से बढ़ते कोराना वायरस प्रकरणों को देखते हुए इंदौर के जिला प्रशासन ने बैंक कर्मियों को जो छूट दी थी, उसे वापस ले लिया गया है और सभी बैंकों को बंद कर दिया गया है। जिला प्रशासन द्वारा 31 मार्च को 11:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक बैंक क्लोजिंग हेतु आंतरिक कार्य के लिए अनुमति दी गई थी लेकिन अब बैंक प्रतिष्ठान आंतरिक एवं ग्राहकों के कार्य हेतु पुनः 1 अप्रैल से आगामी आदेश तक बंद ही रहेंगे।