नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 1,581 नए मामले सामने आने के बाद देश में कोरोना वायरस से अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 4,30,10,971 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 23,913 रह गई है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से देश में 33 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 5,16,543 हो गई। देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 23,913 हो गई है, जो कुल मामलों का 0.06 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,193 की कमी दर्ज की गई। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.74 प्रतिशत है।
अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण की दैनिक दर 0.28 प्रतिशत और साप्ताहिक दर 0.39 प्रतिशत दर्ज की गई। देश में अभी तक कुल 78.36 करोड़ से अधिक नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 5,68,471 नमूनों की जांच पिछले 24 घंटे में की गई। देश में अभी तक कुल 4,24,70,515 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.20 प्रतिशत है। वहीं, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 181.56 करोड़ से अधिक खुराक लगाई जा चुकी हैं।
उल्लेखनीय है कि देश में सात अगस्त 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे।
देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ के पार हो गए थे। पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। इस साल 26 जनवरी को मामले चार करोड़ के पार पहुंच गए थे।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण से मौत के 33 मामले सामने आए, जिनमें से 24 मामले केरल के थे।
आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से अभी तक कुल 5,16,543 मरीजों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 1,43,767 मरीज, केरल के 67,363 मरीज, कर्नाटक के 40,039 मरीज, तमिलनाडु के 38,025 मरीज, दिल्ली के 26,147 मरीज, उत्तर प्रदेश के 23,492 मरीज और पश्चिम बंगाल के 21,195 मरीज थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।