कंपनी ने बताया कि उसे और रसियन डाइरेक्ट इवेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) को भारतीय औषधि महा नियंत्रक (डीजीसीआई) से यह मंजूरी प्राप्त हुई है। कंपनी ने कहा कि यह एक नियंत्रित अध्ययन होगा, जिसे कई केंद्रों पर किया जाएगा।
कंपनी के सह चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक जीवी प्रसाद ने कहा, यह एक महत्वपूर्ण खबर है, जो हमें भारत में नैदानिक परीक्षण शुरू करने की अनुमति देता है। हम महामारी से निपटने के लिए एक सुरक्षित और प्रभावी टीका लाने को प्रतिबद्ध हैं।
आरडीआईएफ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) किरिल दमित्रिएव ने कहा, हम भारतीय नियामको के साथ सहयोग कर प्रसन्न हैं। हम भारत में होने वाले परीक्षण के साथ ही रूस में तीसरे चरण के परीक्षण के डेटा को साझा करेंगे। इससे स्पूतनिक वी के क्लिनिकल विकास में मदद मिलेगी।(भाषा)