कर्नाटक में कोरोनावायरस को लेकर गठित कैबिनेट की उपसमिति ने कुछ उपायों को अपनाने का निर्णय लिया है। इन उपायों में उनमें मास्क पहनना, लक्षण वाले बच्चों को स्कूल न भेजना, सामाजिक दूरी जैसे कोविड-19 संबंधी उचित व्यवहार का पालन करना, 7 दिन का गृह क्वारंटाइन और संक्रमित मरीजों को छुट्टी देना शामिल है।
कॉर्बेवैक्स टीके की 30,000 खुराकें प्राप्त करने का निर्णय : बुजुर्गों और कई बीमारियों से पीड़ित लोगों को 'एहतियाती टीका' लगाने और इस उद्देश्य से केंद्र से कॉर्बेवैक्स टीके की 30,000 खुराकें प्राप्त करने का भी निर्णय लिया गया है। इस संबंध में सरकार द्वारा जल्द ही विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे, क्योंकि नया साल भी करीब है।
स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडूराव ने कहा कि दिशानिर्देशों के अनुसार सभी लोगों को मास्क लगाने की सलाह दी जाती है, विशेष रूप से 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए यह अनिवार्य है। सर्दी, बुखार जैसे लक्षणों वाले बच्चों को स्कूल नहीं भेजा जाना चाहिए और घर पर ही निगरानी में रखना चाहिए। यदि आवश्यक हो तो परीक्षण भी कराया जाए।
मंत्री ने दोहराया कि लोगों को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्क रहने और सावधानी बरतने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लोगों की आवाजाही पर कोई प्रतिबंध नहीं है और सीमावर्ती क्षेत्रों में भी लोगों की अभी तक कोई जांच नहीं की गई है।
कैबिनेट उपसमिति की यह पहली बैठक थी जिसमें राव के साथ समाज कल्याण मंत्री एचसी महादेवप्पा, चिकित्सा शिक्षा मंत्री शरण प्रकाश पाटिल और उच्च शिक्षामंत्री एमसी सुधाकर ने भाग लिया। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार नए साल का जश्न मनाने के लिए कोई पाबंदी नहीं लगा रही, लेकिन भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनने का परामर्श है।(भाषा)