आमतौर पर टर्म जीवन बीमा लेने पर बीमाकर्ता की व्यापक रूप से स्वास्थ्य जांच की जाती है। पॉलिसी बाजार डॉट कॉम की मुख्य व्यावसायिक अधिकारी (जीवन बीमा) संतोष अग्रवाल ने यह जानकारी देते हुए कहा कि एचडीएफसी एर्गो हेल्थ इंश्योरेंस, रेलिगेयर, मैक्स बुपा, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस, मैक्स लाइफ इंश्योरेंस और टाटा एआईए ऐसी दर्जनभर कंपनियों में शामिल हैं, जो कि अब टेलिमेडिकल व्यवस्था के जरिए अपने बीमा उत्पाद उपलब्ध कराने की पेशकश कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि दुनियाभर में कोरोना वायरस के फैलाव को देखते हुए टेलीफोन पर जांच के जरिए बीमा उपलब्ध कराना आज समय की जरूरत है। जो भी 2 करोड़ रुपए तक का टर्म इंश्योरेंस और 1 करोड़ रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा कवर चाहते हैं, उनके लिए मौजूदा दौर में यह सुविधा काफी लाभदायक होगी।
उन्होंने बताया कि टेलिमेडिकल की यह प्रक्रिया पूरी तरह से बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण के नियमन दायरे में है और ग्राहक के लिहाज से विश्वसनीय है। हालांकि अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि यदि ग्राहक द्वारा फोन पर गलत जानकारी दी जाती है और जांच के दौरान यह साबित भी हो जाता है तो फिर ऐसी स्थिति में बीमा कंपनी के पास बीमा दावे को खारिज करने का पूरा अधिकार होगा।