नई दिल्ली। देश में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज मुख्यमंत्रियों के साथ आज बड़ी बैठक की। इसमें पीएम मोदी ने देश में टीकाकरण का पूरा ब्लूप्रिंट मुख्यमंत्रियों के सामने रखा। बैठक की खास 10 बातें-
1. प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी राज्यों से सलाह करके वैक्सीनेशन की प्राथमिकता तय हुई है। 16 जनवरी से भारत में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण शुरू होगा।
2. ये हम सभी के लिए गौरव की बात है कि जिन दो वैक्सीन को इमरजेंसी यूज का ऑथराइजेशन दिया गया है वो दोनों ही मेड इन इंडिया हैं। दोनों वैक्सीन दुनिया के दुसरे वैक्सीन के मुकाबले सस्ती है। भारत की जरूरत के हिसाब से दोनों वैक्सीन बनाई गई है।
3. उन्होंने कहा कि पहले चरण में 3 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन दी जाएगी। हमारी कोशिश सबसे पहले उन लोगों तक कोरोना वैक्सीन पहुंचाने की है जो दिनरात देशवासियों की स्वास्थ्य रक्षा में जुड़े हुए हैं यानी हमारे हेल्थ वर्कर्स चाहे वो सरकारी हो या प्राइवेट।
4. दूसरे चरण में 50 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को और 50 वर्ष से नीचे के उन बीमार लोगों को जिनकों संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा है, उनको टीका लगाया जाएगा।
5. दुनिया के 50 देशों में तीन-चार सप्ताह से वैक्सीनेशन का काम चल रहा है, लेकिन अब भी करीब-करीब 2.5 करोड़ वैक्सीन हो पाई है।
6. राज्य और केंद्र शासित प्रदेश को यह सुनिश्चित करना होगा कि अफवाहों, वैक्सीन से जुड़े अप्रचार को कोई हवा न मिले। देश और दुनिया के अनेक शरारती तत्व हमारे अभियान में रुकावटें डालने की कोशिश कर सकते हैं। ऐसी हर कोशिश को, देश के हर नागरिक तक सही जानकारी पहुंचाकर हमें नाकाम करना है।
7. अब भारत में हमे अगले कुछ महीनों में लगभग 30 करोड़ आबादी के टीकाकरण का लक्ष्य हासिल करना है।
8. इस टीकाकरण अभियान में सबसे अहम उनकी पहचान और मॉनीटरिंग का है जिनको टीका लगाना है।
9. इसके लिए आधुनिक टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए को-विन नाम का एक डिजिटल प्लेटफॉर्म भी बनाया गया है।
10. भारत को टीकाकरण का जो अनुभव है, जो दूर-सुदूर क्षेत्रों तक पहुंचने की व्यवस्थाएं हैं वे कोरोना टीकाकरण में बहुत काम आने वाली हैं।