बेदी ने संवाददाताओं को कहा, ‘मैं यह पहली दफा नहीं कर रही हूं। जब मैं छोटी थी तब भी मैं अमृतसर में गुरुद्वारे जाया करती थी। स्कूल के दिनों में मैं चर्च जाया करती थी। मैं सभी धर्मों में विश्वास करती हूं। मैंने अपने बचपन के दिनों में ‘सर्वधर्म’ का भाव सीखा है। अब सब कुछ ईश्वर के हाथ में है।'