Father's Day 2024:16 जून 2024 रविवार को फादर्स डे/ पितृ दिवस मनाया जा रहा है। प्रतिवर्ष जून महीने के तीसरे रविवार को यह दिवस मनाया जाता है। पिता हर बच्चे के लिए उनके आदर्श होते है, क्योंकि वे एक पिता में वे सारी योग्यताएं मौजूद हैं जो एक श्रेष्ठ पिता में होती हैं। आओ जानते हैं पुराणों में पिता के संबंध में क्या लिखा है।
अर्थ: पुत्र क्रूर स्वभाव का हो जाए तो भी पिता उसके प्रति निष्ठुर नहीं हो सकता क्योंकि पुत्रों के लिए पिताओं को कितनी ही कष्टदायिनी विपत्तियां झेलनी पड़ती हैं।ALSO READ: Father's Day Essay : फादर्स डे पर रोचक हिन्दी निबंध
6.
अभिवादनशीलस्य नित्यं वृद्धोपसेविनः।
चत्वारि तस्य वर्धन्ते आयुर्विद्या यशो बलम्।।
भावार्थ - जो पुत्र नित्य माता-पिता और गुरुजनों को प्रणाम और उनकी सेवा करता है, उसकी आयु, विद्या, यश और बल चारों वृद्धि होती हैं।
7.
सर्वतीर्थमयी माता सर्वदेवमयः पिता ।
मातरं पितरं तस्मात् सर्वयत्नेन पूजयेत् ॥
भावार्थ- माता का स्थान सभी मनुष्यों के लिए सम्पूर्ण तीर्थों के सामान हैं और पिता सभी देवताओं का स्वरूप है। इसलिए सभी मनुष्यों का यह परम कर्तव्य है कि वह माता-पिता का सम्मान ,सत्कार और सेवा करें।
8.
पित्रोश्च पूजनं कृत्वा प्रक्रान्तिं च करोति यः ।
तस्य वै पृथिवीजन्यफलं भवति निश्चितम् ।।
भावार्थ- जो पुत्र माता- पिता का पूजन करके उनकी प्रदक्षिणा करता है, उसे निश्चित रूप से पृथ्वी परिक्रमा जनित (समान) फल प्राप्त हो जाता है ।
त्वमेव माता च पिता त्वमेव, त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव।
त्वमेव विद्या च द्रविणम त्वमेव, त्वमेव सर्वमम देव देवः।।
भावार्थ- तुम ही माता हो, तुम ही पिता हो, तुम ही बंधु हो और तुम ही मित्र हो। तुम ही विद्या हो, तुम ही द्रव्य (धन) हो, तुम ही मेरा सब कुछ हो, मेरे देवता हे देव।