सरान्स्क। स्ट्राइकर यूसुफ युरारी पॉलसन के दूसरे हॉफ में किए गए गोल और क्रिस्टियन कुएवा की पेनल्टी में चूक के सहारे डेनमार्क ने फीफा विश्व कप 2018 के ग्रुप 'सी' के मैच में शनिवार को यहां पेरू को 1-0 से हराकर अपने अभियान का सकारात्मक आगाज किया।
पेरू ने लगातार हमले किए लेकिन अंतिम क्षणों की चूक के कारण आखिर में उसे हार का सामना करना पड़ा। यही नहीं, पहले हॉफ के आखिरी क्षणों में कुएवा का पेनल्टी चूक जाने का भी 36 साल बाद विश्व कप में भाग ले रहे पेरू को नुकसान उठाना पड़ा। इस बीच पॉलसन ने 59वें मिनट में गोल करके डेनमार्क को बढ़त दिलाई, जो आखिर में निर्णायक साबित हुई।
यह गोल भले ही पॉलसन ने किया लेकिन इसमें डेनमार्क के स्टार खिलाड़ी क्रिस्टियन एरिक्सन की भूमिका अहम रही, जो मैदान के बीच से गेंद लेकर आगे बढ़े। उन्होंने बड़ी कुशलता से पेरू की रक्षापंक्ति में सेंध लगाई और फिर बड़ी खूबसूरती से उसे पॉलसन की तरफ बढ़ाया जिन्होंने 10 गज की दूसरी से गोलकीपर पेड्रो गालिसे को छकाकर गोल किया।
इससे पहले पेरू को 44वें मिनट में वीडियो सहायक रैफरी (वीएआर) की मदद से पेनल्टी मिली। यह विश्व कप में दूसरा अवसर था जबकि इस प्रणाली का उपयोग किया गया। तब डेनमार्क के पॉलसन ने कुएवा को बॉक्स के अंदर गिरा दिया था। कुएवा पेनल्टी लेने के लिए आए लेकिन उनका शॉट हवा में लहराता हुआ क्रॉस बार के काफी ऊपर से बाहर चला गया।
ये दोनों टीमें 2016 से लगातार 15 मैच तक अजेय रही हैं। डेनमार्क अपने इस रिकॉर्ड को बरकरार रखने में सफल रहा जबकि पेरू का अभियान थम गया। वैसे पेरू ने कई अच्छे प्रयास किए। उसने पहले 25 मिनट में डेनमार्क के दाएं छोर से अच्छे मूव बनाए और इस बीच गोल पर भी शॉट जमाए।
डेनमार्क ने नवंबर में आयरलैंड के खिलाफ 5-1 की जीत के बाद कोई गोल नहीं गंवाया और उसने यह क्रम जारी रखा। पेरू ने हालांकि शुरू में उसके इस रिकॉर्ड को खतरे में डाल दिया था। पेरू के आंद्रे कैरिलो के पास शुरू में ही गोल करने का मौका था लेकिन डेनमार्क के गोलकीपर कास्पर स्माइकल ने उनका हमला नाकाम कर दिया।
डेनमार्क को पहले हॉफ में विलियम क्विस्ट के चोटिल होकर मैदान छोड़ने से भी झटका लगा। उनकी जगह लासे शोन मैदान पर उतरे। डेनमार्क के पास गोल करने का सुनहरा मौका 39वें मिनट में आाया लेकिन गोलकीपर गालिसे ने शानदार बचाव करके पेरू पर आया संकट टाला। डेनमार्क को तब बॉक्स के पास फ्री किक मिली। एरिक्सन की फ्री किक पेरू के खिलाड़ियों से टकरा गई लेकिन रिबाउंड से गेंद लासे शोन के पास पहुंची जिन्होंने गोल पर करारा शॉट जमाया लेकिन गोलकीपर ने उसे बचा दिया।
पेरू ने दूसरे हॉफ में भी कुछ अच्छे मूव बनाए। उसके पास 57वें मिनट में मौका था, जब कुएवा ने बाएं छोर से कैरिलो के लिए गेंद बढ़ाई लेकिन वे उसे गोल में नहीं डाल पाए। डेनमार्क के गोल करने के बाद पेरू ने जवाबी हमला किया लेकिन स्थानापन्न एडिसन प्लोरेस का शॉट स्माइकल ने बचा दिया। पेरू ने इसके बाद भी बराबरी पर लिए दबाव बनाए रखा। कुएवा ने लगातार अच्छे मूव बनाए लेकिन अंतिम क्षणों की चूक टीम पर भारी पड़ी। खेल के 78वें मिनट में कुएवा के पास पर अनुभवी कप्तान पाओलो गुएरो भी गोल करने में नाकाम रहे।
डेनमार्क ने भी इस बीच दूसरे गोल के लिए प्रयास जारी रखे। वह 86वें मिनट में बढ़त दोगुनी करने के करीब भी पहुंचा लेकिन एरिक्सन का शॉट गालिसे ने बचा दिया। डेनमार्क अपना अगला मैच 21 जून को ऑस्ट्रेलिया से जबकि पेरू इसी दिन फ्रांस से भिड़ेगा। (भाषा)