मॉस्को। रूस ने 21वें फीफा विश्व कप फुटबॉल में धमाकेदार शुरुआत करते हुए सऊदी अरब को 5-0 से रौंद दिया। फीफा के 88 साल के इतिहास में कभी भी मेजबान टीम पहला मुकाबला नहीं हारी है और यह परंपरा रूस ने भी कायम रखी।
मेजबान टीम की उद्घाटन मैच में दूसरी सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले 1934 में इटली ने अमेरिका को 7-1 के अंतर से हराया था। इस मैच में रूस के सबस्टीट्यूट खिलाड़ियों ने गोल दागकर नए रिकॉर्ड भी स्थापित किए। हाफ टाइम तक रूस की टीम 2-0 से आगे थी।
लुझनिकी स्टेडियम में 78,011 दर्शकों के समक्ष रूस की तरफ से इस मैच में डेनिस चेरीशेव ने दो (43वें और 91वें मिनट) गोल दागे जबकि यूरी गेजिंस्की (12वें) आर्टेम दज्युबा ने 71वें और गोलोविन ने 94वें मिनट में एक एक गोल करने में सफल रहे।
विश्व रैंकिंग में 70वें नंबर की टीम रूस की तरफ से पहला गोल यूरी गेजिंस्की ने 12वें मिनट पर तीसरे कॉर्नर पर क्रॉस पर 'हैडर' के जरिए दागा। यूरी का यह पहला अंतरराष्ट्रीय और पहला विश्व कप का गोल था। फुटबॉल इतिहास में यह पहला मौका था, जब किसी खिलाड़ी ने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेलते हुए गोल दागा हो।
2006 में मेजबान जर्मनी की तरफ से खेलते हुए फिलिप लाम ने अपने पहले शॉट में पहला गोल दागा था और उसके बाद 2018 में यूरी गेजिंस्की ने अपने पहले शॉट में गोल दागने में कामयाबी हासिल की।
इसके बाद सबस्टीट्यूट खिलाड़ी के रूप में उतरे चेरीशेव ने 43वें मिनट पर गोल करके रूस की बढ़त को 2-0 पर पहुंचा दिया। विश्व कप के इतिहास में यह पहला प्रसंग था जब किसी सबस्टीट्यूट खिलाड़ी ने अपने पहले ही अंतररराष्ट्रीय मैच में पहला गोल किया हो। वैसे विश्व कप में अब तक पांच सबस्टीट्यूट खिलाड़ी गोल करने का कारनामा कर चुके हैं।
हाफ टाइम तक रूस की टीम 2-0 से आगे थी। खेल के 71वें मिनट में सबस्टीट्यूट खिलाड़ी आर्टेम दज्युबाने स्कोर को 3-0 पर पहुंचाया। इंजुरी टाइम में चेरीशेव ने अपना दूसरा गोल किया जबकि 94वें मिनट पर गोलोविन ने फ्री हिट पर कर्व बनाते हुए खूबसूरत गोल करके अपनी टीम को 5-0 से जीत दिला दी। इस पूरे मैच को रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने भी देखा।
आर्टेम दज्युबारूस के खानदानी फुटबॉल खिलाड़ी हैं। उनके दादा, पिता और भाई तीनों ही फुटबॉल खिलाड़ी रहे हैं और आज उन्होंने अपनी शानदार खानदानी परंपरा का लुझनिकी स्टेडियम में सबूत भी दे दिया।
इस पूरे मैच में रूस का दबदबा कायम रहा। 67वीं रैंकिंग की टीम सऊदी अरब ने कुछ अच्छे मूव जरूर बनाए लेकिन कमजोर फिनिशिंग के कारण वह विश्व कप में खाता नहीं खोल सकी। सऊदी अरब की टीम विश्व कप कप इतिहास में कभी भी 2 से ज्यादा गोल नहीं दाग सकी है। इससे पहले 1994 में उसने बेल्जियम को 1-0 से हराकर अपनी चमक दिखाई थी।
विश्व कप में सऊदी अरब का रूस से पहला मैच था। इससे पहले उसने 1993 में रूस के साथ एक दोस्ताना मैच खेला था, जिसमें वह 4-2 से विजयी रही रही थी। रूस की इस विश्व कप में सपनों भरी शुरुआत है।
रूस ने इस मैच में 5-0 की जीत के साथ साथ ही विश्व कप के ओपनिंग मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बराबरी कर ली। ब्राजील ने 1954 में मेक्सिको को 5-0 से हराया था। पांचवीं बार विश्व कप में खेल रहे सउदी अरब ने टूर्नामेंट आने तक दो कोचों को बर्खास्त किया है और टूर्नामेंट में उसकी शुरुआत खराब रही।
रूस ने 2002 के बाद से विश्व कप में अपना पहला मैच जीता। रूस ने इस जीत से विश्व कप का इतिहास बरकरार रखा जिसमें कोई भी मेजबान टीम उद्घाटन मैच नहीं हारी है। मेजबान टीमों ने अब तक ओपनिंग मैचों में सात जीत हासिल की है और तीन मैच ड्रॉ रहे हैं।