दद्दू का दरबार : 500 करोड़ का विवाह

प्रश्न : दद्दू जी, रईस कारोबारी और पूर्व मंत्री जी. जनार्दन रेड्डी की बेटी ब्रह्माणी की पांच दिन चलने वाली शादी में 5 अरब रुपए खर्च का अनुमान है। देश में जब नोट बंदी के कारण हाहाकार मचा हुआ है, लोग नगदी की समस्या से जूझ रहे है तब एक शादी में 5 अरब रुपयों का खर्च क्या शर्मनाक और विलासिता का बेशर्म प्रदर्शन नहीं है।


 
उत्तर : देखिए 5 अरब रुपए की राशि पूर्व मंत्री की जेब में है तभी वह उसे खर्च कर रहा है। अब खर्च कर रहा है इसका अर्थ यह पैसा बैंड वाले, केटरर, टेंट व डेकोरेशन हाऊसेज, इवेंट एजेंसीज, ट्रेवल एजेंसीज, होटल्स, एयर लाइंस एजेंसीज, इंटरटेनमेंट, फायर वर्क्स, ब्यूटीशियंस, गहने-कपड़े-श्रृंगार वाले आदि की जेबें भरेगा, जिसका फायदा उनके कर्मचारियों तक भी पहुंचेगा। अंतत: यह पैसा बाजार में घूमेगा तथा विकास का कारक बनेगा। इसीलिए पुराने जमाने के लोग इस बात का इंतजार करते थे कि कब राजा-महाराजा, जागिरदार और नगर सेठों के यहां मंगल कार्य हो, वे दिल खोल कर खर्च करें और गांव भर को जीमने को पकवान मिलें, व्यापारियों का माल बिके और गरीबों को मजूरी-ईनाम हाथ लगे। यदि यह इतनी महंगी शादी न हो तो ये 5 अरब रुपए पूर्व मंत्री जी की बैंक या तिजोरी में सड़ते ही रहते और जनता को कुछ लाभ नहीं होता।

अब तक पूर्व मंत्री जी ने माल कूटा (या यूं कहें कि लूटा) ही था। अब उनके लुटने का मौका है तो यह विरोध की नहीं बल्कि जश्न की बात है। 5 अरब की स्काईलेब टूट कर गिरने वाली है। उनके क्षेत्र के लोग इस इंतजार में होंगे कि इस लेब का एक टुकड़ा उनके आंगन में भी आकर गिरे।

अंत में नोट बंदी के दौर में कई अच्छे-अच्छे रईसों के हाथ तंग होंगे और वे 5 स्टार होटल्स का खाना खाने न जा पा रहे होंगे। वे इस आयोजन में बुफे की ताक में होंगे, ठीक उसी तरह जिस तरह से कभी गांव के लोग नगर सेठ की पंगत का इंतजार करते थे। विवाह के बाद दूल्हा दुल्हन खुश व सुखी रहें पर पूर्व मंत्री जी जांच के दायरे में आएं यही शुभ कामना।    
 
 

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